फांसी लटकता मिला महिला का शव
परिस्थितियों में एक महिला का शव फंसी के फंदे पर लटकता मिला, जिसके बाद परिजनों ने दहेज की खातिर पुत्री को मारने के बाद फांसी पर लटकाए जाने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। तहरीर के बाद पुलिस ने उल्टे मृतका...
परिस्थितियों में एक महिला का शव फंसी के फंदे पर लटकता मिला, जिसके बाद परिजनों ने दहेज की खातिर पुत्री को मारने के बाद फांसी पर लटकाए जाने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। तहरीर के बाद पुलिस ने उल्टे मृतका के पिता को ही थाने में बैठा लिया। जिसके विरोध में सैंकड़ो ग्रामीण गुरुवार को कलक्ट्रेट पहुंचे जहां डीएम से मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराई इतना ही नहीं ग्रामीणों ने एसपी से भी मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई है।
हुसेनगंज थाना क्षेत्र के रेरुआ गोवर्धनपुर निवासी हरिश्चंद्र लोधी की पुत्री ज्योती देवी उर्फ राधा का शव घर के सामने स्थित उसकी ससुराल में फांसी पर लटके होने की सूचना पर पहुचे परिजनों ने दहेज की खातिर पुत्री को मार ड़ालने का आरोप लगाया था। पिता द्वारा थाने में तहरीर देकर पुत्री की हत्या किए जाने की आशंका जाहिर की थी। जिसके बाद थाने में हरिश्चंद्र को ही उल्टे बैठा लिया गया। जिसका विरोध परिजनों के साथ ग्रामीणों ने दर्ज कराया था, लेकिन उनकी कोई सुनवाई न होने के चलते बड़ी संख्या में ग्रामीण कलक्ट्रेट पहुंचे जहां डीएम से मुलाकात कर आपबीती बताई जिसके बाद ग्रामीण एसपी के पास पहुंचे जहां शिकायती पत्र सौंपते हुए बताया कि राधा को बहला फुसला कर भगाया गया था। बताया कि वह अपने साथ मां के जेवरात व नगदी भी साथ ले गई थी।
एक साल पहले किया था प्रेम विवाह
बताते है कि राधा ने घर के सामने रहने वाले एक युवक रामकुमार के साथ घर से भागकर प्रेम विवाह किया था। जिसके बाद दोनों दिल्ली में रह रहे थे। लगभग एक माह पहले वापस गांव आकर एक साथ रहने लगे थे। परिजनों की मानें तो रामकुमार के घर वाले राधा को रिति रिवाज के अनुसार शादी किए जाने का तथा दहेज दिए जाने का दबाव बनाने लगे थे।
पुलिस गंभीरता दिखाती तो नहीं होती हत्या
राधा के परिजनों का कहना था कि उनकी पुत्री को दहेज में पांच लाख रुपए दिए जाने का दबाव बनाया जा रहा था जिसकी सूचना कई बार थाने में दी गई थी। आरोप लगाया कि यदि पुलिस उनकी शिकायत पर गंभीरता दिखाती तो शायद उनकी पुत्री की जान नहीं जाती। बताया कि दो दिन पहले ससुराली जन जबरन थाने में राधा को बयान दिलाने के लिए लाए थे, जब उसने बयान देने से इंकार कर दिया तो उसकी हत्या कर दी गई।
क्या बोले जवाबदेह
एसओ ने बताया कि राधा ने पिता के खिलाफ कोर्ट के आदेश के तहत उसको बेचे जाने का मुकदमा दर्ज कराया था। बताया कि मामले की जांच की गई थी लेकिन ऐसा कोई मामला न निकलने पर उसको छोड़ दिया गया था। बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। बताया कि पति ने कमरे के अंदर फांसी लगाए जाने की तहरीर दी थी।