बोले फतेहपुर: बाजार में बढ़े पुलिस गश्त, कूड़े से मिले निजात
Fatehpur News - फतेहपुर में व्यापारी संगठनों के बावजूद व्यापारी वर्ग को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। प्रमुख बाजारों में कूड़े के ढेर और सुरक्षा की कमी के कारण व्यापार प्रभावित हो रहा है। व्यापारी सीसीटीवी कैमरे,...

फतेहपुर। करीब दस व्यापारी संगठन जिले में काम कर रहे हैं लेकिन उसके बाद भी व्यापारी वर्ग को अपनी समस्याओं से निजात नहीं मिल पा रही है। शहर के प्रमुख बाजारों में लगे कूड़े के ढेर एक बड़ी समस्या बन चुके हैं। जिससे उठने वाले दुर्गंध से व्यापारी परेशान हैं। वहीं ग्राहक भी ऐसी जगह जाने से कतराते हैं। जिससे व्यापार प्रभावित होता है। वहीं सुरक्षा का आलम यह है कि शहर के बाजारों में न तो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और न ही ठीक से पुलिस गश्त करती है। व्यापारी दुर्गेश ने बताया कि बाजारों में सुरक्षा मिले और गंदगी साफ हो तो ग्राहक भी बढ़ जाएंगे। व्यापार मंडल के संस्थापक किशन मेहरोत्रा ने बताया कि पीलू तले चौक रोड में दुकानों के सामने ही कूड़ाघर बना दिया गया है। जिससे काफी दिक्कत होती है। कूड़ा सड़क पर पड़ा रहता है।
व्यापारी सलामत अली ने बताया कि हरिहरगंज, राधानगर में दुकानों के पास कूड़ा घर बना दिए गए हैं। जिसके चलते यहां व्यापार करना भी दूभर हो गया है। व्यापारी ऋषभ गुप्ता ने बताया कि देवीगंज क्षेत्र में भी दुकानों के सामने कूड़ा घर बना हुआ है। जिसकी बदबू से काम करना दूभर हो गया है। वहीं पीने के पानी और प्रसाधन की सुविधा किसी बाजार में नहीं है। दूसरी ओर पार्किंग न होने से भी अक्सर जाम लगता है। व्यापारी अनिल वर्मा ने बताया कि जिले में व्यापारियों के सामने सुरक्षा की भी बड़ी समस्या है। बाजारों में पुलिस गश्त बहुत अच्छी नहीं होती है। प्रमुख बाजारों और बाजारों के पास के चौराहों पर अभी भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। जिससे वारदात करने वाले आसानी से बचकर निकल जाते हैं। सुरक्षा को लेकर व्यापारियों को शस्त्र लाइसेंस जारी करने चाहिए, ताकि व्यापारी खुद ही सुरक्षा कर सकें और सभी प्रमुख चौराहों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाना चाहिए। वहीं, व्यापारी हंसराज सोनी ने बताया कि बाजारों में फुटपाथों पर कब्जों से भी काफी परेशानी है। फुटपाथों पर चलने वाला नहीं है। व्यापारी राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि दुकानों के पास बने कूड़ा स्थल हटाए जाएं। कूड़े अड्डों को ढंका जाए। पीने के पानी की कई बाजारों में समुचित व्यवस्था नहीं है। साथ ही शौचालय व यूरीनल भी नहीं हैं। प्रमुख बाजारों में पार्किंग न होने से अक्सर जाम लगने से लोग परेशान रहते हैं। इन सब समस्याओं के चलते भी बाजारों में ग्राहकों की संख्या दिन पर दिन घटती जा रही है। बताया कि ठेलिया एवं पथ व्यापारियों को फुटपाथ का आवंटन किया जाए। जीएसटी पंजीकृत व्यापारियों का दुर्घटना बीमा राशि एक करोड़ की जानी चाहिए। साथ ही ऐसे व्यापारियों को 60 वर्ष के बाद पेंशन योजना में शामिल किया जाना चाहिए। उसके पहले आयुष्मान कार्ड जारी किया जाए। व्यापारी विक्रम ने बताया कि जीएसटी पोर्टल की खामियों को दूर किया जाए।
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सुझाव
- चौराहों सहित प्रमुख बाजार में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं।
- व्यस्ततम बाजारों में पानी, शौचालय आदि की व्यवस्था हो, ताकि ग्राहक परेशान न हों।
- फुटपाथ, मुख्य सड़कों पर रेलिंग लगवा किया जाए सुरक्षित।
- ठेलिया व खोमचों वालों के लिए स्थान किया जाए निश्चित।
- सभी विभागों में व्यापारी जागरुकता शिविर आयोजित किए जाएं।
- थानों में व्यापारी हेल्प डेस्क की स्थापना कराई जाए, साथ ही सुरक्षा को लेकर शस्त्र लाइसेंस जारी किए जाएं।
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शिकायतें
- प्रमुख बाजारों में पार्किंग न होने से जाम की समस्या से रोज ही परेशान होना पड़ता है।
- शहर के प्रमुख बाजारों और चौराहों पर कूड़े के ढेर रहते हैं।
- बाजारों और उनकी मुख्य सड़कों में फुटपाथों पर रेलिंग आदि न होने से दिक्कत।
- स्थान न होने से ठेले व खोमचे वाले कहीं भी खड़े होते हैं।
- सरकारी विभाग व्यापारियों की योजनाओं व नए नियमों की सही से जानकारी नहीं देते।
- व्यापारियों की सुरक्षा को लेकर बाजारों में गश्त कम होना, साथ ही व्यापारियों की शिकायतों पर थानों में ध्यान नहीं दिया जाता।
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बोले व्यापारी
दुकानों के सामने ही कूड़ा घर बना दिया गया है। जिससे लोगों को काफी दिक्कत होती है। इन्हें हटाया जाना चाहिए।
-मो.इस्माइल
शहर के प्रमुख बाजारों में साफ-सफाई नहीं होने से जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। जिसकी दुर्गंध से चलना भी दूभर है।
-विक्रम सिंह
बाजारों में सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी न होने से अक्सर वारदातें होती हैं। जिससे व्यापारियों में डर का माहौल बना रहता है।
-अजय सोनी
बाजारों में जरूरी सुविधाएं न होने से ग्राहक कम आते हैं। शौचालय यूरीनल तक कई जगह नहीं हैं।
-जुल्फिकार अहमद
व्यापारियों को सरकारी विभागों से सहयोग नहीं मिलता। व्यापारी हित की योजनाओं जानकारी नहीं मिलती।
-शराफत अली
जीएसटी के तहत व्यापारियों का दस लाख का बीमा किया जाता है। जो देने वाले टैक्स के सापेक्ष काफी कम है।
-दिनेश सिंह
बाजारों में कहीं भी यूरिनल की व्यवस्था नहीं है, जिससे व्यापारियों के साथ-साथ ग्राहक भी परेशान होते हैं।
-हंसराज
बाजारों में ठेले व खोमचे वालों के लिए स्थान निश्चित न होने से अक्सर जाम लगता है, इनके लिए स्थान तय होने चाहिए।
- सुरेश सोनी
अतिक्रमण अभियान से पहले व्यापारियों को अलर्ट करने के साथ अभियान से पहले 15 दिन का समय दिया जाना चाहिए।
-कुशल सोनी
व्यापारियों कीसमस्याओं को देखते हुए व्यापारी हेल्प डेस्क की स्थापना करनी चाहिए। जिससे परेशानियां कम हो सकें।
-मनोज साहू
व्यापारी वर्ग को न तो शासन से सुविधाएं मिलतीं न ही प्रशासन से। शिकायतों पर सुनवाई नहीं होती।
-विनोद कुमार गुप्ता
दुकानों में होने वाली चोरियों का खुलासा लंबा वक्त होने के बाद भी नहीं होता, न ही व्यापारियों की सुरक्षा के इंतजाम हैं।
-सुनीत सिंह
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बोले जिम्मेदार
जाम से निजात दिलाने को वाहन स्टैंड बनवाने की कवायद शुरू हो चुकी है। साथ ही शौचालय व यूरीनल के लिए स्थान चिह्नित किए जा रहे हैं, जल्द ही बाजारों में पड़ा कूड़ा हटवाया जाएगा।
-रविंद्र कुमार, ईओ नपाप
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यदि किसी व्यापारी को कोई समस्या है तो व्यापारी अवगत करा सकते हैं समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता पर किया जाएगा।
-शक्ति प्रताप सिंह, ज्वाइंट कमिश्नर एसआईबी प्रयागराज
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