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यमुना किनारे गांवों में धधक रही कच्ची शराब की भट्ठियां

फतेहपुर। हिन्दुस्तान संवाद धाता में दो लोगों की संदिग्ध मौत के मामले में...

यमुना किनारे गांवों में धधक रही कच्ची शराब की भट्ठियां
हिन्दुस्तान टीम,फतेहपुरSun, 28 Feb 2021 11:42 PM
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फतेहपुर। हिन्दुस्तान संवाद

धाता में दो लोगों की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस को अभी तक उनकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। हालांकि ग्रामीण लगातार जहरीली शराब की बात कर रहे हैं। लेकिन पुलिस इससे पूरी तरह से पीछा छुड़ाना चाहती है। कच्ची शराब का धंधा मौजूदा समय में गांव-गांव में फल फूल रहा है, बावजूद इसके पुलिस को ध्यान उधर नहीं जा रहा है।

धाता थाना क्षेत्र के मखौवा गांव में शुक्रवार की रात रामप्रताप निषाद और जगदीश की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई थी। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराया लेकिन बिसरा सुरक्षित होने से उनकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। हालांकि परिजनों ने बीमारी से मौत की बात कही थी लेकिन ग्रामीणों की मानें तो दोनों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में जगह-जगह कुटीर उद्योग की तरह कच्ची शराब बनाने और बेचने का धंधा फलफूल रहा है। इसकी रोकथाम के लिए आबकारी विभाग और पुलिस की कार्रवाई केवल कागजों तक ही सीमित रह जाती है। यही कारण है कि क्षेत्र के उरई, सलेमपुर, दामपुर, एरई, मखौवा, किशुनपुर, परसिद्धपुर, रानीपुर सहित दो दर्जन गांव ऐसे हैं जहां कच्ची शराब का उत्पादन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बताया जा रहा है कि पूरी रात कच्ची दारू उगलने वाली भट्ठियां धधकती नजर आती हैं। रात भर का समय गुजरने के बाद एक-दो लीटर नहीं, बल्कि सैकड़ों लीटर कच्ची शराब तैयार हो जाती है। तैयार हो चुकी कच्ची दारू की बिक्री अपने तय स्थान और समय पर होती है।

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