साहब! कार्यदायी संस्था की लापरवाही ले लेगी जान
शहर में नाला निर्माण के बाद कार्यदायी संस्था द्वारा बरती गई लापरवाही प्रशासन के लिए बड़ी मुसीबत बन सकती है। महीनों के खुले नालों के होल में गिर कर कोई हादसे का शिकार हो सकता है। स्वयं सेवी संगठनों...
शहर में नाला निर्माण के बाद कार्यदायी संस्था द्वारा बरती गई लापरवाही प्रशासन के लिए बड़ी मुसीबत बन सकती है। महीनों के खुले नालों के होल में गिर कर कोई हादसे का शिकार हो सकता है। स्वयं सेवी संगठनों द्वारा खुले होल को बंद किए जाने की आवाज उठाने के बाद भी जिम्मेदार संवेदनहीन हैं। जिस पर लोगों ने कड़ी नाराजगी जताई है।
शहर में करोड़ों की लागत से अवंतीबाई से आईटीआई, नउवाबाग से शांतीनगर समेत कई स्थानों पर नाला निर्माण कार्य कराया गया है। कुछ स्थानों में अभी भी निर्माण कार्य जारी है। निर्माणाधीन नालों में दर्जनों स्थान पर होल को खुला छोड़ दिया गया है। शनिवार को खुले होल में गिर कर गाय नाले में फंस गई थी। घंटों की कवायद के बाद नाला ध्वस्त करके गाय को बचाया गया। लेकिन कोई राहगीर और बच्चा खुले होल में गिर जाए तो गहरे नाले में उसकी जान बचना मुश्किल है। लोगों का आरोप है कि अधिकतर स्थानों में नाला निर्माण पूरा किया जा चुका है, जलनिगम इन स्थानों पर होल का पाटने के लिए स्थाई व्यवस्था करे। उसकी लापरवाही से इन होल की चपेट में आकर बड़़ा हादसा हो सकता है। बताया कि मामले को लेकर वह जिला प्रशासन से मुलाकात करे और मामले की संवेदनशीलता से अवगत कराते हुए खुले होल को बंद किए जाने की मांग करें। वहीं एसडीएम पीपी तिवारी ने बताया कि नालों के खुले होल को बंद करने के लिए जलनिगम को मौखिक निर्देश दिए गए हैं। लिखित में भी लिखापढ़ी की जा रही है। नालों के खुले होल को प्राथमिकता के साथ बंद कराया जाएगा।