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बेरोकटोक कोर्ट में पहुंच रहे लोग,खाकी मूकदर्शक

फतेहपुर। कार्यालय संवाददाता जनपद न्यायालय की सुरक्षा पर अक्सर सवाल उठते रहे...

फतेहपुर। कार्यालय संवाददाता
 
 जनपद न्यायालय की सुरक्षा पर अक्सर सवाल उठते रहे...
1/ 2फतेहपुर। कार्यालय संवाददाता जनपद न्यायालय की सुरक्षा पर अक्सर सवाल उठते रहे...
फतेहपुर। कार्यालय संवाददाता
 
 जनपद न्यायालय की सुरक्षा पर अक्सर सवाल उठते रहे...
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हिन्दुस्तान टीम,फतेहपुरTue, 28 Sep 2021 05:11 AM
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फतेहपुर। कार्यालय संवाददाता

जनपद न्यायालय की सुरक्षा पर अक्सर सवाल उठते रहे हैं। सुरक्षा में सेंघ लगा कर कई शातिर पुलिस को चकमा देकर निकलने में कामयाब रहे। सुरक्षा में सख्ती पर अधिवक्ताओं की नारजगी की आशंका से पुलिस ड्यूटी के नाम पर खानापूरी कर रही है। लोग बेखौफ बेरोकटोक सीधे अदालतों तक थैला और सामान लेकर पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई टोकने वाला नहीं है। दिल्ली की एक अदालत में हुई घटना में अदालतों की सुरक्षा को लेकर तेजी से आवाज उठ रही है बावजूद इसके जनपद न्यायालय की सुरक्षा में कोई तब्दीली या सख्ती नहीं हुई। हालांकि पुलिस सुरक्षा को लेकर चौकसी बरतने का दावा करती है लेकिन कैम्पस से कोर्ट तक की सुरक्षा रामभरोसे हैं।

दो स्कैनर मशीनें सिर्फ एक चालू

अदालतों की पुख्ता सुरक्षा को लेकर दो गेट पर स्कैनर मशीनें लगी हुई हैं, लेकिन एक मशीन लंबे अर्से से बंद है। नवीन भवन में स्कैनर मशीन चालू हालत है लेकिन उसका उपयोग बंद है। यहां सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों के सामने से लोग सामान लेकर अंदर प्रवेश कर रहे हैं। कोर्ट में जाने के लिए करीब एक दर्जन इंट्री प्वाइंट पर कहीं भी मेटल डिटेक्टर नहीं हैं। न इन इंट्री प्वांइट्स में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगती है। सोमवार को पड़ताल के दौरान गेट नंबर एक में दो पुलिस कर्मी और सिविल कोर्ट पुरानी बिल्डिंग के पास दो पुलिस कर्मी नजर आए।

कैम्पस के इंट्री प्लाइंट्स लावारिस

दीवानी परिसर की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं है। पूर्वी गेट पर जजेज की इंट्री को लेकर यहां लंबे समय से पीएचसी तैनात है। ड्यूटी पर तैनात कर्मी सिविल के दिखने पर टोकाटाकी करते हुए हैं लेकिन गेट नंबर दो पर बेरोकटोक लोगों आते जाते हैं। वहीं पश्चिमी छोर पर छोटा गेट पूरी तरह लावारिस हैं। यहां सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं है।

सीसी कैमरे निगहबानी का दावा

न्यायालय सुरक्षा प्रभारी उपेन्द्र राय ने बताया कि कैमर और हाल में करीब दो दर्जन सीसी कैमरे में लगे हुए हैं। दो कैमरे धुंधले हैं बाकी सभी काम कर रहे हैं। कैमरों से कैम्पस और कोर्ट के सामने बने हाल व गैलरी पर नजर रखी जा रही है।

तलाशी के बाद इंट्री संभव नहीं

न्यायालय सुरक्षा प्रभारी का कहना है कि कैम्पस व अदालतों में पुलिस का मूवमेंट रहता है। सभी गेटों में तलाशी के बाद इंट्री देना संभव नहीं है। बड़े पैमाने पर अधिवक्ता सिविल ड्रेस में भी पहुंचते हैं, ऐसे में विवाद की संभावना को देखते हुए चेकिंग से बात बिगड़ सकती है।

कोर्ट..

अदालतों की सुरक्षा को लेकर कड़े और प्रभावी कदम उठाया जाना बेहद जरूरी है। सुरक्षा व्यवस्था को कड़ाई से पालन कराने के लिए अधिवक्ताओं से चर्चा की जाएगी। वहां जो भी निर्णय होगा उसी अनुसार जिला प्रशासन से कदम उठाने की मांग की जाएगी।

जगदीश सिंह चौहान, अध्यक्ष बार एसोसिएशन

कोट..

न्यायालय सुरक्षा के लिए पीएसी के साथ क्यूआरटी भी तैनात है। दो स्कैनर मशीनें लगी है, एक चालू है दूसरा भी चालू हो जाएगा। नियमित अंतराल में एलआई समेत पुलिस चेकिंग अभियान चलाती है। सीसी कैमरों के जरिए भी नजर रखी जा रही है।

संजय सिंह, सीओ सिटी

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