व्यापार मंडल श्रम विभाग के खिलाफ खोलेगा मोर्चा
Fatehpur News - खागा में श्रम विभाग द्वारा अधिनियम के तहत नगरवासियों और व्यापारियों को मनमाने तरीके से नोटिस थमाने का मामला बढ़ता जा रहा है। व्यापार मंडल कंछल गुट ने उत्पीड़न के खिलाफ मोर्चा खोलने की घोषणा की है।...

खागा, संवाददाता श्रम विभाग द्वारा नगर में अधिनियम एवं नियमावली की आड़ में वर्षों पूर्व निर्मित भवनों के मालिकों को नोटिस थमाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। नगरवासियों एवं शिक्षकों के बाद अब व्यापारियों ने भी श्रम विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान किया है। व्यापार मंडल(कंछल गुट) ने कहा है कि शोषण व उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आज बैठक कर आगे की रणनीति तय की जाएगी।
व्यापार मंडल कंछल गुट के पदाधिकारियों ने श्रम विभाग द्वारा अनेक नगरवासियों को मनमाने तरीके से नोटिस जारी करने के मामले में कदम उठाने का फैसला किया है। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा है कि न केवल आम नागरिक बल्कि व्यापारियों को भी परेशान करने की शंकाएं उमड़ रही हैं। तर्क दिया कि श्रम विभाग ने 2009 के बाद निर्मित ऐसे भवनों को भी रडार में लेने के निर्देश दिए हैं जहां व्यवसायिक गतिविधियां हो रही हैं। संगठन का कहना है कि यदि कोई निम्न आर्थिक वर्ग का व्यक्ति अपने मकान में शटर लगाकर दुकान खोलकर रोजी रोटी कमा रहा है तो उसे भी व्यवसायिक मानकर सेस वसूला जाएगा तो यह पूरी तरह से अव्यवहारिक है। जो परिवार चूरन, टाफी कंपट बेचकर दो रूपए कमा रहा है, उससे सेस सिर्फ इसलिए वसूल किया जाएगा क्योंकि उसने अपने मकान में शटर लगवा लिया है या फिर दुकान खोल ली है। यह मानवता के खिलाफ है। संगठन ने कहा है कि ऐसी किसी भी संभावना को हकीकत नहीं बनने दिया जाएगा।
पहले डाटा क्यों नहीं किया एकत्र
व्यापार मंडल का कहना है कि नगर में किसी को भी नोटिस थमाने से पहले श्रम विभाग ने डाटा एकत्र क्यों नहीं किया। कुछ को नोटिस देना और कुछ को छोड़ देना तो पूरी तरह से नियमों के खिलाफ है। विभाग ने नियमों के दायरे में आने वाले लोगों की सूची क्यों नहीं बनाई। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
वसूली की भी हो रही चर्चाएं
सूत्र बताते हैं कि श्रम विभाग द्वारा नोटिस के नाम पर वसूली भी की गई है। जिन लोगों ने ‘चौथ चढ़ाया, उन्हें अब तक नोटिस नहीं दी गई जबकि वे भी नोटिस पाने वाले भवन मालिकों की तरह नियमों के दायरे में बताए जाते हैं। सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि नोटिस पाने वाले लोगों से भी दबाव बनाकर वसूली की गई है। आने वाले दिनों में श्रम विभाग की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
कोट...
श्रम विभाग द्वारा नगरवासियों एवं शिक्षकों के उत्पीड़न की जानकारी है। व्यवसायिक गतिविधियों के नाम पर आने वाले समय में व्यापारियों का उत्पीड़न भी किया जा सकता है। मनमाना रवैया हर्गिज बर्दाश्त नहीं है। आज बैठक कर हम आगे की रणनीति तय करेंगे।
शिवचन्द्र शुक्ल, जिलाध्यक्ष, व्यापार मंडल(कंछल गुट)
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