अपनी सोच में करो सुधार, बिन बेटी न चले संसार
शुक्रवार को बालिका दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से जुड़ी टीमांे ने स्कूलों मंे जाकर सेव गर्ल चाइल्ड की मुहिम चलाई। गोष्ठियों एवं रैली मंे बालिकाओं के समाज मंे...
शुक्रवार को बालिका दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से जुड़ी टीमांे ने स्कूलों मंे जाकर सेव गर्ल चाइल्ड की मुहिम चलाई। गोष्ठियों एवं रैली मंे बालिकाओं के समाज मंे महत्व एवं आसन्न चुनौतियों पर भी चर्चा की गई।
हरदों सीएचसी की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम ए एवं बी सबसे पहले विजयनगर स्थित स्कूल पहुंची। यहां टीम मंे मौजूद डॉक्टरों ने बच्चों को बताया कि बेटा एवं बेटी मंे किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। जब बेटियां ही नहीं रहेंगी तो संसार कैसे चलेगा। बच्चों को शरीर मंे खून की कमी न होने देने के उपाय भी बताए गए। इसके बाद स्कूली बच्चों ने रैली निकाल कर आम जनता को बालिका दिवस पर जागरूक किया।इसके बाद टीम के सदस्य अल्लीपुर स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने छात्राओं को बताया कि बालिका दिवस क्यों और कब से मनाया जाता है। डॉ ओमप्रकाश ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 24 जनवरी को बालिका दिवस मनाया जाता है। लिंगानुपात मंे कमी, भ्रूण हत्या एनीमिया मुक्त भारत जैसे विषयों पर भी चर्चा की गई। इस अवसर पर डॉ जफर, डॉ ओमप्रकाश, डॉ पुष्पेन्द्र, डॉ प्रशांत सिंह, स्टाफ नर्स शोभा देवी एएनएम गीता देवी, फीजियोथेरेपिस्ट अनुराधा एवं वार्डन अलका कुशवाहा मौजूद रहे।