नाम के अनुरूप उम्मीदों पर खरी उतरने का बनाए जीवन का लक्ष्य
जैसा नाम वैसा काम। गांव की सेहत की निगहबानी और खैरख्वाही करने वाली अहम कड़ी। ऐसे में इस कड़ी का फर्ज बनता है कि नाम के अनुरूप ग्रामीणों की उम्मीदों पर खरी उतरने के लिए हर वह प्रयास करें। जिससे बेहतर से...
जैसा नाम वैसा काम। गांव की सेहत की निगहबानी और खैरख्वाही करने वाली अहम कड़ी। ऐसे में इस कड़ी का फर्ज बनता है कि नाम के अनुरूप ग्रामीणों की उम्मीदों पर खरी उतरने के लिए हर वह प्रयास करें। जिससे बेहतर से बेहतर रिजल्ट दिया जा सके। आप भी बहू हैं और गर्भवती महिला भी किसी बहू। लिहाजा एक बहू को सहारा देने में आपसे बेहतर कौन हो सकता है। वह आप ही हैं जो परिवार के साथ साथ समाज की बहू बनकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान को रवानी देने में महती भूमिका अदा कर सकती हैं।
सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रेक्षागृह में शनिवार आयोजित हुए आशा सम्मेलन का लब्बोलुआब यही रहा। डीएम आंजनेय कुमार सिंह ने जिलास्तरीय इस आयोजन का फीता काटकर आगाज करते हुए आशा बहुओं से बिना जाति, धर्म और वर्ग से ऊपर उठकर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने की बात कही। आशा बहू पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना समाज के अंतिम छोर तक पहंुचाने की जिम्मेदारी है। तमाम बहुएं इस दिशा में बेहतर काम कर रही हैं। डीएम ने ऐसी आशाओं को सम्मानित किए जाने की बात रखते हुए जिम्मा दिया कि वह गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण कराकर उन्हें प्रसव से पहले मिलने वाली स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं से फलीभूत कराएं। जिन गर्भवती महिलाओं के बैंक एकाउंट नहीं खुले हैं। अभियान चलाकर इस पर काम किया जाए। बच्चों और गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण पर जोर देते हुए हाकिम ने ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग देने की अपील की। इस मौके पर सीएमओ डॉ. उमाकांत पांडेय, सीएमएस प्रभाकर पांडेय, महिला सीएमएस डॉ. रेखारानी भी मौजूद रहीं।