दोनों नहरें एक साथ चलवाने की तैयारी में जुटा विभाग
मुख्य ब्रांच के जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पहुंचने के बाद किसानों को मानक के अनुरूप पानी नहीं मिल पा रहा था। सिंचाई विभाग ने डब्ल्यूएसआरपी के तहत मुख्य ब्रांच का जीर्णोद्धार का काम शुरू करवाया काम पूर्ण...
मुख्य ब्रांच के जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पहुंचने के बाद किसानों को मानक के अनुरूप पानी नहीं मिल पा रहा था। सिंचाई विभाग ने डब्ल्यूएसआरपी के तहत मुख्य ब्रांच का जीर्णोद्धार का काम शुरू करवाया काम पूर्ण होने के बाद जिले की दोनों नहरे एक साथ चलाई जा सकती है। जिससे जिले में होने वाली पैदावार भी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
गत वर्षों से राम गंगा व निचली गंगा नहर को पंद्रह पंद्रह दिनों के रोस्टर के अनुसार चलाया जा रहा था। जिले के लिए आवंटित पानी भी पूरा नहीं मिल पा रहा था। जिससे किसानों के खेत पानी की आस में सूखने के बाद जिले की पैदावार भी प्रभावित हो रही थी किसानों को होने वाली समस्याओं को देखते हुए मुख्य ब्रांच के जीर्णोद्धार का काम शुरू कराया गया। सिंचाई कार्य मंडल कानपुर के अधीक्षण अभियंता राजेश मिश्रा की माने तो काम समाप्त होने के बाद रामगंगा व निचली गंगा नहर को एक साथ चला जा सकता है। उनका कहना है कि दोनों नहरों को इस बार एक-एक हजार क्यूसेक पर चला जाएगा जिससे किसानों की समस्याएं खत्म होने के बाद पैदावार भी बढ़ेगी बताया कि काम समाप्त होने का इंतजार है काम समाप्त होने के बाद जून के अंतिम सप्ताह में नहरों को चलाया जाएगा।
