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मौसम का मिजाजः अब हर रोज सूरज तरेरने लगेगा आंखें

बीती रात की तेज हवाएं व बादलों की गर्जना के साथ हुई बूंदाबांदी भी सूरज को आंखें तरेरने से नहीं रोक पाएंगी। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इसी सप्ताह सूरज हर रोज अपनी तपिश बढ़ाएगा और वातावरण को गर्म करना...

मौसम का मिजाजः अब हर रोज सूरज तरेरने लगेगा आंखें
हिन्दुस्तान टीम,फतेहपुरMon, 05 Mar 2018 10:22 PM
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बीती रात की तेज हवाएं व बादलों की गर्जना के साथ हुई बूंदाबांदी भी सूरज को आंखें तरेरने से नहीं रोक पाएंगी। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इसी सप्ताह सूरज हर रोज अपनी तपिश बढ़ाएगा और वातावरण को गर्म करना शुरू कर देगा। साफ आसमान और बढ़ते तापमान के बीच गेहूं व अरहर जैसी फसलों को बचाना भी किसानों के लिए चुनौती बनेगा। गेहूं की फसल को प्रभावित होने से बचाने के लिए खेत मंे नमी बरकरार रखना होगा। इससे उत्पादन में कोई कमी नहीं आएगी।

सोमवार रात तेज हवाओं, बादलों की गरज व हल्की बूंदाबांदी ने तापमान को लुढ़कने पर मजबूर कर दिया। लेकिन यह तापमान की यह गिरावट कुछ समय के लिए ही आई है। मौसम विज्ञानियों ने कहा है कि इसी सप्ताह बल्कि अगले 24 घंटे बाद से ही साफ आसमान के बीच दिन के तापमान मंे बढ़ोत्तरी शुरू हो जाएगी। बीती रात मौसम में आई करवट पिछले कुछ दिनों में रात के तापमान में इजाफा व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बने निम्न दबाव क्षेत्र का नतीजा है। इसी निम्न दबाव क्षेत्र की वजह से ही तापमान गिरा और सूबे के जिले समेत कई इलाकों में आंधी व बूदाबांदी हुई है। पहाड़ों पर बर्फबारी की वजह से भी पिछले दिनों हल्की सर्दी का अहसास हुआ था। हालांकि अब ऐसा नहीं होगा। मौसम का यह दौर बीत चुका है। वर्षा की नगण्य संभावना के बीच गेहूं की फसल को बचाने की चुनौती है। इस समय यह फसल प्रजनन अवस्था में है। फसल या तो फूल या फिर दुग्धावस्था में है। यदि खेतों में नमी नहीं रहेगी तो दाने बनने की दर में गिरावट आएगी जिससे उत्पादन प्रभावित होगा। दाने का आकार पतला भी हो सकता है। इस स्थिति से बचने के लिए सीएसए कृषि विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम एवं कृषि विज्ञानी डॉ अनिरूद्घ दुबे ने किसानों को खेतों की नमी बरकरार रखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि हल्की सिंचाई कर खेतों की नमी बरकरार रखी जाए। इससे उत्पादन प्रभावित नहीं होगा।

अरहर में लग सकता है फलीछेदक कीट

बदलते मौसम के दौरान अरहर की फसल में फलीछेदक कीट के प्रकोप की संभावना है। कृषि विशेषज्ञों ने कहा है कि अरहर की फसल को फलीछेदक कीट से बचाने के लिए अलसुबह ओस के समय मैलाथियान डस्ट कीटनाशक का बुरकाव करें। इस कीटनाशक के छिड़काव से अरहर की फसल को इस कीट से बचाया जा सकता है।

बढ़ोत्तरी शुरू हो जाएगी

अब दिन के तापमान में बढ़ोत्तरी शुरू हो जाएगी। वर्षा की संभावना नहीं है। गर्मी का प्रकोप रंग दिखाना शुरू करेगा। गेहूं के खेतों में किसान नमी बरकरार रखें एवं अरहर की फसल को फलीछेदक कीट से बचाएं।

डॉ अनिरूद्घ दुबे, मौसम एवं कृषि विज्ञानी सीएसए कृषि विवि कानपुर

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