परीक्षा शुरू होने से पहले तय होगा सचल दल का रूट
सचल दलों को किस रूट के परीक्षा केन्द्रों में जाना है। यह डीआईओएस प्रतिदिन उसी समय पर निर्धारित करेंगे। जहां पर नकल पकड़ेंगे उसकी रिपोर्ट तत्काल कंट्रोल रूम को अवगत कराएंगे। जिससे बोर्ड को तत्काल...
सचल दलों को किस रूट के परीक्षा केन्द्रों में जाना है। यह डीआईओएस प्रतिदिन उसी समय पर निर्धारित करेंगे। जहां पर नकल पकड़ेंगे उसकी रिपोर्ट तत्काल कंट्रोल रूम को अवगत कराएंगे। जिससे बोर्ड को तत्काल सूचना भेजी जा सके। सोमवार को डीआईओएस ने सचल दल प्रभारी व सदस्यों के साथ बैठक की। परीक्षा सम्बन्धी कुछ टिप्स दिए तो कुछ टिप्स सचल दल प्रभारियों से उन्होंने लिया।
शहर के राजकीय इंटर कालेज में डीआईओएस ने सचल दल प्रभारियों और सदस्यों के साथ बैठक की। डीआईओएस महेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि सभी सचल दलों को प्रतिदिन उसी समय रूट दिया जाएगा और वह उसी रूट पर तैनात रहेंगे। जो भी सचल दल कोई कार्रवाई करते है तो वह तत्काल कंट्रोल रूम को अवगत कराएंगे। प्रत्येक सचल दल में दो पुरुष दो महिला सदस्य और दो जवान साथ रहेंगे। कहा कि संदिग्ध लड़को को पहचान करके ही तलाशी लें। किसी भी ईमानदार बच्चों को तलाशी के नाम पर परेशान करने की जरूरत नहीं है। तलाशी के नाम पर बच्चों का समय न बर्बाद करें। यदि कोई परीक्षार्थी उत्तरपुस्तिका में लिखने के बजाय इधर उधर तांकझांक करता दिख रहा तो उसकी तलाशी जरूर ले। कमरें के सभी परीक्षार्थियों की तलाशी न ले। डीआईओएस ने केन्द्र व्यवस्थापक, बाह्य केन्द्र व्यवस्थापक और कक्ष निरीक्षकों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि वह किसी के दबाव में आएं। नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराने में अवरोध होने पर उसके लिए जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर विनोद श्रीवास्तव, उदय प्रभात, रामेन्द्र सिंह, सुनील सिंह प्रवक्ता डायट, अतुल तिवारी सहित सचल दल प्रभारी व सदस्य मौजूद रहे।
पांच परीक्षा केन्द्रों का डीआईओएस ने किया निरीक्षण
डीआईओएस महेन्द्र प्रताप सिंह ने सोमवार को पांच परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया। जिसमें रामा अग्रहरि बालिका इंटर कालेज, सुन्दरमती बालिका इंटर कालेज राधानगर, चन्द्रदेव मौर्य इंटर कालेज, सरस्वती बाल मंदिर इंटर कालेज रघुवंशपुरम, विद्या निकेतन इंटर कालेज रानी कालोनी में सीटिंग प्लान, पेपर सील बंद है या नहीं सहित विभिन्न बिन्दुओं पर निरीक्षण किया। इसके बाद केन्द्र व्यवस्थापकों को निर्देशित किया कि सभी बच्चों को मिश्रित सिटिंग प्लान के अनुसार बैठाया जाए। इस परीक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।