कुदरत के साथ-साथ अन्नदाताओं पर भारी अन्ना मवेशी
जिले के अन्नदाताओं की मुश्किलें कम होने के बजाय और बढ़ती ही जा रही हैं। सप्ताह भर के अंदर जंहा तीन बार कुदरत ने तैयार फसलों पर ओलों व बारिश से कहर बरपाया है वंही अब खेतों में भीगी पड़ी गेहूं की फसल को...
जिले के अन्नदाताओं की मुश्किलें कम होने के बजाय और बढ़ती ही जा रही हैं। सप्ताह भर के अंदर जंहा तीन बार कुदरत ने तैयार फसलों पर ओलों व बारिश से कहर बरपाया है वंही अब खेतों में भीगी पड़ी गेहूं की फसल को अन्ना मवेशियों का झुंड अपना निवाला बना रहा है। जिससे किसान खासा परेशान है।
किसान अपनी तैयार गेहूं की फसल को जल्द से जल्द घर ले जाने के लिए दिन रात मेहनत में तो जुटा है लेकिन कुदरत की मार से फसलों को नही बचा पा रहा है। बीते मंगलवार को तीसरी बार आसमान से ओला बारिश के साथ साथ आई तेज आंधी से किसानों का जमकर नुकसान हुआ। बची फसल को सहेजने के लिए किसान फसल के सूखने का इंतजार कर रहें हैं लेकिन दिन हो या रात इन फसलों पर अब अन्ना मवेशी तबाह कर रहे हैं। पल भर में चट कर रहे मवेशियों से फसलों को बचाने के लिए किसानों को कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है। जिससे किसान वेबस नजर आ रहा है। जिले की विजयीपुर, बहुआ, अमौली, जहानाबाद, गाजीपुर, धाता, हथगाम समेत अन्य क्षेत्रों में अन्न मवेशियों की भरमार है।