अस्पताल में नवजात की मौत पर हंगामा
फर्रुखाबाद, संवाददाता। लोहिया महिला अस्पताल में सोमवार की सुबह एक नवजात की मौत हो...
फर्रुखाबाद, संवाददाता।
लोहिया महिला अस्पताल में सोमवार की सुबह एक नवजात की मौत हो गयी। इस पर परिजन बिफर गये और हंगामा खड़ा कर दिया। बच्चे का इलाज न मिलने का आरोप जड़ा। रोते बिलखते परिजन बच्चे का शव लेकर चले गये। जिस समय परिजन परेशान होकर आरोप लगा रहे थे उस समय सांसद के अलावा सीएमओ भी अस्पताल में थे पर परिजनों की आवाज जिम्मेदारों को सुनाई नहीं दी।
फतेहगढ़ के नेकपुर चौरासी निवासी सद्दाम की पत्नी रिजवाना की सोमवार की सुबह घर में हालत बिगड़ी। इस पर सास अफसाना पुत्रवधू को प्रसव के लिए लोहिया अस्पताल लेकर सुबह नौ बजे पहुंची। यहां डॉक्टर ने महिला को देखा और इलाज को भर्ती कर लिया। महिला ने बेटे को जन्म दिया। जन्म देने के बाद उसके नवजात की हालत बिगड़ गयी। इस पर परिजन नवजात को गोद में लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे तो डॉक्टर ने बाल रोग विशेषज्ञ को दिखाने के लिए कह दिया। परिजन वहां पहुंचे तो फिर बच्चे को एसएनसीयू वार्ड में ले गये। जहां नवजात को मृत घोषित कर दिया गया। परिजन नवजात को जिंदा समझकर अस्पताल के बाहर एक बाल रोग विशेषज्ञ के यहां ले गये। यहां पर डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित किया तो परिजन नवजात को लेकर फिर अस्पताल आ गये और हंगामा खड़ा कर दिया। सास ने कहा कि समझ में ही नहीं आया कि बच्चे की हालत कैसे बिगड़ गयी। जन्म के बाद बच्चा रोया और फिर कुछ देर बाद उसकी हलचल नहीं दिखाई दी। इस पर जब अस्पताल में इलाज को गये तो यहां लापरवाही हुई। बच्चे को इलाज नहीं मिला। इसके चलते ही बच्चे की मौत हो गयी। परेशान परिजन बाद में नवजात का शव लेकर घर चले गये। डॉक्टर नमिता दास ने बताया कि सुबह 9.20 बजे करीब महिला ने पुत्र को जन्म दिया उस समय बच्चा ठीक ठाक था। बाद में घर वालों ने बताया कि बच्चे में हरकत नहीं है तो उसे बाल रोग विशेषज्ञ के पास भेजा गया था। बच्चे को परिजन एसएनसीयू वार्ड ले गये। समझ में नहंी आ रहा है कि आखिर बच्चे की मौत कैसे हुई। इलाज में कोई लापरवाही नहंी हुई है।
