बिना अवकाश लिए शिक्षक नहीं कर सकेंगे धरना प्रदर्शन
परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक अब बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन नहीं कर सकेंगे। अधिकारियों को ज्ञापन देने के लिए भी शिक्षकों व नेताओं को अनुमति लेनी होगी। बिना अनुमति पत्र के धरना प्रदर्शन व...
परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक अब बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन नहीं कर सकेंगे। अधिकारियों को ज्ञापन देने के लिए भी शिक्षकों व नेताओं को अनुमति लेनी होगी। बिना अनुमति पत्र के धरना प्रदर्शन व ज्ञापन देने पर शिक्षकों व कर्मचारियों के खिलाफ कर्मचारी नियमावली के तहत कार्रवाई की जाएगी।
सीडीओ डॉ.राजेंद्र पेंसिया ने शनिवार को शिक्षक नेताओं पर शिकंजा कसने के लिए आदेश जारी कर दिया है जिसमें कहा है कि शिक्षक अपनी मांगों, ज्ञापन व धरना प्रदर्शन के लिए बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। शिक्षकों का कार्य विद्यालयों में पढ़ाना है। वह विद्यालय में रहकर निर्धारित समय पर अपना कार्य करें और उसके बाद जब शिक्षण कार्य पूरा हो जाए तो किसी समस्या के लिए सीधे आकर मिल सकते हैँ लेकिन बिना अवकाश व सूचना दिए कोई भी शिक्षक व विभिन्न शिक्षक संगठन के समूह मुख्यालय छोड़ने से पहले अनुमति अवश्य लेंगे। सीडीओ का कहना है कि शिक्षकों की अनुपस्थिति से अभिभावकों में रोष बढ़ेगा। अगर कोई शिक्षक या शिक्षक नेता बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन या ज्ञापन देने आया तो उसके खिलाफ कर्मचारी नियमावली के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी । इसमें शिक्षणेत्तरकर्मचारियों को शामिल किया गया है।
समायोजन की पत्रावली सीडीओ के पास पहुंची
जनपद के 13 प्राथमिक विद्यालय, 9 जूनियर हाईस्कूल व नगर क्षेत्र के पांच विद्यालयों में समायोजन को लेकर शासन ने 16 अगस्त तक कार्रवाई पूरी करने के आदेश दिए थे। शुक्रवार को शिक्षकों ने विद्यालयों के विकल्प भरकर देर शाम बीएसए कार्यालय में उपलब्ध करा दिए थे। शनिवार को पूरे दिन शिक्षकों के समायोजन को लेकर बीएसए रामसिंह कर्मचारियेां के साथ काम करते रहे। 33 शिाकों क ो आपसी सहमति पर म्यूचुअल भी किया जा रहा है सूची तैयार कर अनुमोदन के लिए सीडीओ के पास भेज दी गई है। सीडीओ की अनुमति मिलते ही समायोजन की प्रक्रिया पूरी कर सूची चस्पा कर दी जाएगी।