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स्ट्रेचर नहीं मिला तो वृद्ध मां को गोद में उठाना पड़ा

लोहिया अस्पताल में बुधवार को बीमार मां का इलाज कराने के लिए बेटों को भटकना पड़ा। व्हील चेयर नहीं मिली तो ऐसे में बेटे ने मां को गोद में उठाया और इमरजेंसी से ओपीडी तक लेकर गया। वहीं एक अन्य घायल को...

स्ट्रेचर नहीं मिला तो वृद्ध मां को गोद में उठाना पड़ा
हिन्दुस्तान टीम,फर्रुखाबाद कन्नौजWed, 04 Dec 2019 10:27 PM
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लोहिया अस्पताल में बुधवार को बीमार मां का इलाज कराने के लिए बेटों को भटकना पड़ा। व्हील चेयर नहीं मिली तो ऐसे में बेटे ने मां को गोद में उठाया और इमरजेंसी से ओपीडी तक लेकर गया। वहीं एक अन्य घायल को इलाज न मिलने पर परिजन उसे तांगे से इलाज के लिए दूसरे अस्पताल ले जाने को मजबूर हुए। हरदोई जिले के बड़ा गांव निवासी वृद्धा सावित्रीदेवी के गले में दिक्कत थी। इसके चलते वह खा पी हीं पा रही हैं। बेटा सत्यपाल बीमार मां को इलाज के लिए लोहिया अस्पताल की इमरजेंसी में लेकर पहुंचा तो डॉक्टर ने देखकर ओपीडी में नाक, कान, गला के डॉक्टर को दिखाने की सलाह दी। इस पर इमरजेंसी के बाहर बेटा काफी देर तक व्हील चेयर मिलने की राह देखता रहा पर नहंी मिली तो ऐसे में वह मां को गोद में उठाकर ओपीडी ले गया जहां उसने फिजीशियन को दिखाया और फिर इसके बाद नाक, कान के डॉक्टर को दिखाने पहुंचा। डॉक्टर ने देखा और सीटी स्केन के लिए लिखा। यहां पर उसे व्हील चेयर मिलन गई तो वह मां को लेकर आगे के लिए चला गया। बीबीपुर निवासी विमल कुमार शुक्रवार को सड़क हादसे में घायल हो गए। इस पर उन्हें परिजनों ने इलाज के लिए लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया। उसके पैर में फ्रेक्चर था। पैर में जब दिक्कत बढ़ी तो डॉक्टर ने सैफई ले जाने की सलाह दे दी। इस पर परिजनों ने इनकार कर दिया। इमरजेंसी में काफी देर तक परिजन इस इंतजार में रहे कि उन्हें एंबुलेंस मिल जाएगी पर नहीं मिली। ऐसे में बाहर को जा रहे एक तांगे को परिजन ले आए और घायल विमल को इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल लेकर चले गए।

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