एंबुलेंस पायलट को पीटने पर बवाल, डीएम-एसपी आवास घेरा
लोहिया अस्पताल के कैंपस में बुधवार की रात एंबुुलेंस पायलट को पीटे जाने पर बवाल हो गया। एक स्वास्थ्य कर्मी के बेटे ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक पायलट की पिटाई कर दी और उसे छत से फेंक दिया जिससे...
लोहिया अस्पताल के कैंपस में बुधवार की रात एंबुुलेंस पायलट को पीटे जाने पर बवाल हो गया। एक स्वास्थ्य कर्मी के बेटे ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक पायलट की पिटाई कर दी और उसे छत से फेंक दिया जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। मारपीट कर सोने की चेन, मोबाइल भी लूट लेने का आरोप जड़ा गया। घटना से गुस्साए जिले भर के एंबुलेंस कर्मियों ने रात से ही चक्का जाम कर स्वास्थ्य सेवाएं ठप कर दीं। गुस्साए एंबुलेंस कर्मियों ने रात को डीएम और एसपी का आवास घेरकर धरना दिया।
पुलिस ने समझा बुझाकर डीएम से बात कराकर इन्हें यहां से हटाया। इस मामले में स्वास्थ्य कर्मी के बेटे समेत पांच के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस निगरानी में लिए गए स्वास्थ्य कर्मी के बेटे से जानकारी कर रही है।
लोहिया अस्पताल कैंपस में रह रहे एंबुलेंस के पायलट भंवरपाल सिंह ने स्वास्थ्य कर्मी एमके सिंह के पुत्र युवराज, पंकज, अमन कटियार, पवन द्विवेदी व एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। बताया कि वह 102 सेवा के एंबुलेंस में पायलट पद पर कार्यरत है। बुधवार की रात 10.30 बजे डयूटी करके लोहिया कैंपस स्थित हॉस्पिटल में वापस आया तो देखा कि कैंपस में रहने वाले युवराज, पंकज व इनके दोस्त अमन कटियार, पवन द्विवेदी अपने सात आठ साथियों के साथ शराब पी रहे थे। मेरे पहुंचने पर नशे में धुत युवराज व पंकज ने मुझे व मेरे साथी आदेश को गाली देना शुरू कर दिया। कहा कि तुम लोग यहां कोरोना फैला रहे हो। भाग जाओ कल से कोई एबुलेंस नहीं चलेगी। मेरे समझाने पर यह लोग उग्र हो गए और सरिया निकालकर एंबुलेंस तोड़नी शुरू कर दी। शोरगुल सुनकर प्रमोद, संजीव, मोहित बाहर निकल आए। इस बीच युवराज व उनके साथियों को समझाना शुरू कर दिया पर वह हम लोगों की बात नहीं माने। आरोप है कि युवराज व उनके साथियों ने हम लोगों को घेर लिया। बचने के लिए हास्टल के अंदर भागे तो यह लोग असलहा लहराते हु्रए घुस आए और मारपीट करने लगे। इससे अस्पताल परिसर में भगदड़ मच गई। भय और बलवे की स्थिति पैदा हो गई। भंवरपाल ने आरोप लगाया कि इस बीच हमारे साथी आदेश कुमार को युवराज ने पकड़ लिया और उसे घसीटकर अपने सरकारी आवास जो कि उनके पिता एमके सिंह के नाम है, वहां पर ले गए। सरिया और तमंचे की वटों से उसे पीटा और आवास की छत पर ले जाकर उसे तीन मंजिल से फेंक दिया। पंकज ने मेरे ऊपर तमंचा तान दिया। हम लोगों के साथ मारपीट की। इस बीच मेरे साथियों ने पुलिस को खबर कर दी तो पुलिस को आता देख युवक भाग खड़े हुए। मारपीट मेे चेन, मोबाइल लूट लिया। जान से मारने की धमकी देकर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई। वहीं घटना की जानकारी पर आवास विकास चौकी इंचार्ज भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने युवराज, अंबुज कुमार और आदित्य कुमार को निगरानी में लिया। इन्हें मऊदरवाजा थाने में ले जाकर घटना की जानकारी की गई।
