दुर्घटनाग्रस्त होने से बची पटना-कोलकाता एक्सप्रेस
मवेशी के कटने से शुक्रवार सुबह पटना-कोलाकाता एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई। मवेशी का मांस ट्रेन की एसी बोगी में फंस गया। ऐसे में ट्रक की गिट्टी इंजन से उछल गई, इससे गेटमैन अजय के सिर में...
मवेशी के कटने से शुक्रवार सुबह पटना-कोलाकाता एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई। मवेशी का मांस ट्रेन की एसी बोगी में फंस गया। ऐसे में ट्रक की गिट्टी इंजन से उछल गई, इससे गेटमैन अजय के सिर में पत्थर लगा और वह घायल हो गया।
फतेहगढ़ कोतवाली के जिला जेल के नजदीक शुक्रवार की सुबह पटना-कोलाकाता एक्सप्रेस की चपेट में आने से मवेशी कट गए। ट्रेन कुछ देर के लिए रुकी और फिर चालक ने गाड़ी को बढ़ा दिया। ट्रेन जब गुमटी संख्या 138 परगुजर रही थी कि तभी गेटमैन अजय कुमार यादव ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के लिए खड़ा था। इस बीच मवेशी का मांस इंजन और बोगी के नीचे फंसा होने से गिट्टी तेजी से उछलकर गेटमैन अजय के सिर में लगी जिससे वह लहूलुहान होकर वहीं पर गिर पड़ा। इसके बाद ट्रेन आगे बढ़ती चली गई। 137 नंबर पर गेटमैन ने गिट्टी को इधर उधर उछलता देख अपने आप को किसी तरह बचाया। यहीं से गेटमेन ने स्टेशन मास्टर को खबर की कि ट्रेन में कोई कमीं आ गई है। स्टेशन मास्टर ने गार्ड से बात की। इस बीच चालक ने गुमटी संख्या 136 और आउटर के पास ट्रेन को रुकवा दिया। करीब 15 मिनट तक ट्रेन यहां खड़ी रही। बादमें चालक ट्रेन को कमालगंज स्टेशन लेकर पहुंचा। यहां विपिन कुमार की टीम ने एसी बोगी के नीचे फंसे मवेशी के मांस को निकाला। इस सबमें करीब 40 मिनट तक ट्रेन बाधित हुई। इसके बाद ट्रेन को यहां से रवाना किया गया। ट्रेन में सवार यात्रियों को जब मवेशियों के कटने की जानकारी हुई तो वह भी परेशान हो उठे। स्टेशन मास्टर समर पाल ने बताया कि ट्रेन क ी बोगी के नीचे जानवर कटने के बाद फंस गया था। ऐसे में बड़ा हादसा टल गया। ट्रेन करीब तीस मिनट तक स्टेशन पर खड़ी रही फिर उसे रवाना किया गया। वहीं दस मिनट आउटर पर भी ट्रेन खड़ी रही। उधर जीआरपी चौकी इंचार्ज सत्यप्रकाश ने बताया कि जिला जेल क्रासिंग के पास ट्रेन की चपेट में मवेशी आ गए थे । इस कारण पंद्रह मिनट ट्रेन खड़ी रही।