गंगा के बढ़े जलस्तर से तराई इलाकों में दहशत
गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से तराई के अलावा गंगापार इलाके में ग्रामीणों में हलचल मच गई है। रविवार को नरौरा समेत विभन्नि बांधों से करीब 88 हजार क्यूसेक पानी पास किया गया। जलस्तर में भी बढ़ोत्तरी हुई।...
गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से तराई के अलावा गंगापार इलाके में ग्रामीणों में हलचल मच गई है। रविवार को नरौरा समेत विभन्नि बांधों से करीब 88 हजार क्यूसेक पानी पास किया गया। जलस्तर में भी बढ़ोत्तरी हुई। रामगंगा नदी अभी बिलो गेज पर चल रही हैं। पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश का असर नदियों के जलस्तर पर पड़ रहा है। रविवार की शाम गंगानदी में नरौरा बांध से 26678, हरद्विार से 32092 और बिजनौर से 28727 क्यूसेक पानी पास किया गया है। जबकि कालागढ़ से 2324 क्यूसेक पानी भेजा गया। वहीं रामगंगा नदी में खो बैराज से 100 और रामनगर से 716 क्यूसेक पानी नदी में भेजा गया है। गंगानदी का जलस्तर 135.60 मीटर पर शाम को दर्ज किया गया। यह चेतावनी बिंदु से एक मीटर दूर है। जिस तरीके से बांधों से पानी की मात्रा में धीरे धीरे इजाफा हो रहा है उससे आने वाले दिनों में जलस्तर में और बढ़ोत्तरी का अनुमान है। गंगा नदी के निकटवर्ती गांव के लोग बढ़ते जलस्तर से खौफजदा हो गए हैं। ग्रामीणों को इस बात की चिंता है कि इसी तरह से जलस्तर बढ़ा तो उन लोगों के लिए मुसीबत बढ़ जाएगी।