अब सुबह 9.30 से 11 बजे कार्यालय में जन सुनवाई करेंगे अफसर
लॉकडाउन में फरियादियों के लिए अच्छी खबर है। जब तक संपूर्ण समाधान दिवस और समाधान दिवस स्थगित रहता है तब तक के लिए जिला स्तरीय सभी अधिकारी सुबह 9.30 बजे से 11 बजे तक कार्यालय में बैठकर जनसुनवाई करेंगे।...
लॉकडाउन में फरियादियों के लिए अच्छी खबर है। जब तक संपूर्ण समाधान दिवस और समाधान दिवस स्थगित रहता है तब तक के लिए जिला स्तरीय सभी अधिकारी सुबह 9.30 बजे से 11 बजे तक कार्यालय में बैठकर जनसुनवाई करेंगे। जिलाधिकारी की जनसुनवाई में भीड़ के बढ़ते दबाव को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। इसके साथ ही भूमि से संबंधित विवादों के निस्तारण के लिए एसडीएम और पुलिस की जवाबदेही भी सुनिश्चित कर दी गई है। कोरोना वायरस के हमले के बीच पिछले ढाई महीना से समाधान दिवस और संपूर्ण समाधान दिवस स्थगित हैं। लॉकडाउन में छूट मिली तो फरियादी अपनी समस्याओं क ो लेकर जिलाधिकारी कार्यालय में बड़ी संख्या में पहंुच रहे हैं। संक्रमण से बचाव के मद्देनजर तय किया गया है कि सभी प्रशासनिक अधिकारी नियमित रूप से सुबह 9.30 से 11 बजे के बीच अपने कार्यालय में बैठकर जनसुनवाई अनिवार्य रूप से करेंगे। सर्वाधिक विवाद भूमि से संबंधित हैं। न्याय प्रक्रिया स्थगित है इसलिए धारा 24 के अंतर्गत मेड़बंदी भी नहंी हो रही है। ऐसे में सभी एसडीएम विवादित पक्षों के बीच में सहमति के आधार पर जब तक न्यायिक प्रक्रिया बहाल नहीं होती है तब तक के लिए एक अस्थायी समाधान निकालने का प्रयास करेंगे। विवादों का निस्तारण करने के लिए प्रत्येक तहसील में राजस्व निरीक्षकों के नेतृत्व में लेखपालों की टीम गठित होगी तो विवादग्रस्त मामले इन टीमों को भेजकर कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी। इसमें पुलिस बल की मदद ली जा सकती है। इसके साथ ही बाहर से आए श्रमिकों को कार्य दिए जाने की भी आवश्यकता है। इसलिए अभियान चलाकर चकरोडों को खाली कराया जाएगा। उन पर मनरेगा के अंतर्गत आवंटित धनराशि से मिट्टी डालने का काम भी कराया जा सकता है जिससे श्रमिकों को रोजगार के अवसर मिल सकें।