फर्रुखाबाद। हिन्दुस्तान संवाद
जिले के व्यायाम/स्काउट शिक्षकों को अब अपने मूल विद्यालय में ही अध्यापन करना पड़ेगा। व्यायाम शिक्षक स्काउट और खेलकूद की गतिविधियों के लिए पूरी तौर पर संबद्ध किए गए थे। इन व्यायाम शिक्षकों की ओर से अपने मूल विद्यालयों में कोई भी कार्य नहीं किया जा रहा था। इस पर महानिदेशक स्कूली शिक्षा ने आपत्ति जताते हुए बीएसए को आदेश जारी कर दिए हैं। जिले में व्यायाम और स्काउट शिक्षकों की ओर से जब खेलकूद और स्काउट की गतिविधियां होती हैं उसी समय उनकी सक्रियता दिखाई पड़ती है। इसके बाद व्यायाम शिक्षक पूरी तौर पर खाली रहते हैं। उनके सामने किसी प्रकार की कोई जवाबदेही भी नहीं है। इन सब हालातों के चलते जहां पर व्यायाम शिक्षकों की मूल तैनाती है वहां के कार्यो पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। फिलहाल बच्चों के लिए स्कूल बंद हैं मगर शिक्षकों के लिए नियमित रूप से स्कूल खुल रहे हैं इसमें विभिन्न प्रकार की गतिविधियां भी कराई जा रही हैं।
तमाम तरह के एप आदि का प्रशिक्षण भी चल रहा है। महानिदेशक स्कूली शिक्षा विजय किरण आनंद ने बीएसए को भेजे गए पत्र में कहा कि स्काउट और व्यायाम शिक्षकों की व्यवस्था इस आशय से की गयी थी कि वे विभिन्न विद्यालयों में संचालित कार्यक्रमों का प्रभावी अनुश्रवण और संचालन करने में सहयोग करेंगे। मगर संज्ञान में आया है कि इन शिक्षकों को पूरी तौर पर संबद्ध किया गया है। संबंधित शिक्षकों की ओर से अपने मूल विद्यालय में कुछ भी कार्य नहीं किया जा रहा है। यह नियम के खिलाफ है। विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों की शिक्षण व्यवस्था पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। बीएसए को आदेशित किया गया कि किसी भी शिक्षक को मूल विद्यालय से इतर न संबद्ध किया जाए। महानिदेशक ने कहा कि जो स्काउट/व्यायाम शिक्षक जिला और ब्लाक मुख्यालय से संबद्ध हैं उनको तुरंत कार्यमुक्त करें। स्काउट और व्यायाम से संंबंधित दायित्व का निर्वहन अध्यापन की अवधि के बाद करना सुनिश्चित करें।