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मन, वचन और कर्म से शुद्ध रहने पर दिया जोर

गंगानगर में चल रही श्रीमद भागवत कथा में आचार्य दाताराम अग्निहोत्री ने कहा कि गोकुल ही व्यक्ति का शरीर है। गो मतलब इंद्रियां कुल मतलब समूह। आंख, नाक, कान, गला, मन को साफ रखो। हर वर्ष गोकुल का उत्सव...

मन, वचन और कर्म से शुद्ध रहने पर दिया जोर
हिन्दुस्तान टीम,फर्रुखाबाद कन्नौजSat, 15 Feb 2020 11:58 PM
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गंगानगर में चल रही श्रीमद भागवत कथा में आचार्य दाताराम अग्निहोत्री ने कहा कि गोकुल ही व्यक्ति का शरीर है। गो मतलब इंद्रियां कुल मतलब समूह। आंख, नाक, कान, गला, मन को साफ रखो। हर वर्ष गोकुल का उत्सव मनाओ। उन्होंने कहा कि जहां यशोदा और नंद होंगे वहां यश और आनंद की प्राप्ति होगी। वहीं पर भगवान अपनी बाल लीला करेंगे।

डॉ.सुरेंद्रनाथ द्विवेदी ने रामकथा में कहा कि तुलसीदास जी नेभी यही कहा कि जहां सुमित तहां संपति नाना, जहां कुमति तथा विपति निधाना। इसलिए शरीर में भी कन्हैया अपनी बाल लीला करेंगे। मन, वचन और कर्म से शुद्ध रहने की जरूरत है । इस दौरान हरिनाम संकीर्तन हुआ जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु झूम उठे। व्यवस्था में ध्रुवनरायन पांडेय, रामसागर दीक्षित, रामप्रकाश मिश्रा, महेश पाल सिंह उपकारी, जितेंद्र अग्रवाल, अखिलेश मिश्रा, अमित बाजपेयी आदि मौजूद रहे।

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