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कोरोना काल में आयुष्मान योजना हुई मेहरबान ,453 लोगों को मिला जीवनदान

वैश्विक महामारी कोरोना के चलते जहाँ एक ओर लोगों को आर्थिक, सामाजिक एवं मानसिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर जिले के दूर-दराज इलाकों में निवास करने वाले पिछड़े एवं कमजोर वर्ग के...

कोरोना काल में आयुष्मान योजना हुई मेहरबान ,453 लोगों को मिला जीवनदान
हिन्दुस्तान टीम,फर्रुखाबाद कन्नौजTue, 01 Sep 2020 04:03 AM
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वैश्विक महामारी कोरोना के चलते जहाँ एक ओर लोगों को आर्थिक, सामाजिक एवं मानसिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर जिले के दूर-दराज इलाकों में निवास करने वाले पिछड़े एवं कमजोर वर्ग के ऐसे तमाम परिवार हैं, जिनके लिए संकट की इस घड़ी में अपने परिवार के किसी सदस्य का बड़े स्तर पर इलाज करा पाना पहांड़ तोड़ने के बराबर है। ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार द्वारा चलायी गई आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना लोगों के लिए वरदान साबित हुई है ।

जिसके तहत कोरोना काल में जिले के 453 कमजोर वर्ग के परिवारों को इस योजना के तहत नि:शुल्क इलाज लाभ मिला है । नोडल अधिकारी डा. दलवीर सिंह का कहना है कि योजना के पात्र सभी लोग जिन्होंने अभी तक अपना गोल्डन कार्ड नहीं बनवाया हो वह भोलेपुर नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और नौलक्खा नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 1 सितम्बर (मंगलवार) से लगने वाले शिविर में नि:शुल्क गोल्डन कार्ड बनवा लें और इस योजना का लाभ उठाये । योजना के तहत र्केसर, ह्रदय रोग व कोरोना सहित 1350 किस्म की बीमारियों का इलाज नि:शुल्क कराया जा सकता है । योजना का लाभ लेने के लिए परिवार के लोगों की संख्या या उम्र की बाध्यता नहीं है । उन्होने बताया आयुष्मान भारत जन आरोग्य योजना में सामाजिक, आर्थिक व जातिगत जनगणना 2011 के आधार पर जनपद के 1,28,003 परिवार चिन्हित किये गए हैं, जिनमें से लगभग 87 हजार परिवारों के गोल्डन कार्ड बनाये जा चुके हैं । लाक डाउन के दौरान जिले में दूसरे राज्यों एवं प्रान्तों से आने वाले 118 प्रवासियों को ा योजना के लाभार्थी के रूप में आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से चिन्हित किया गया, जिनमें से अब तक 68 प्रवासियों के गोल्डन कार्ड बनाये जा चुके हैं । जिला कार्यक्रम समन्वयक डा. अमित मिश्र ने बताया कि अस्पतालों में रजिस्ट्रेशन हेतु अलग से काउंटर बनाये गए हैं इस काउंटर पर कार्ड दिखाते ही प्राथमिकता पर ओपीडी स्लिप निर्गत किये जाने और अगर लाभार्थी के पास गोल्डन कार्ड नहीं है तो उसे तत्काल बनाये जाने हेतु आरोग्य मित्रों को निर्देशित किया गया है साथ ही लाभार्थी को एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन व पैथालजी जांच में भी वरीयता दिए जाने की बात कही गई है । उन्होंने बताया कि सम्बद्घ अस्पतालों में मरीजों के लिए अलग से वार्ड भी स्थापित किया गए हैं ।

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