रामगुलेला से दर्शनार्थियों के निकासी का मार्ग बंद
अयोध्या। रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के दिव्य मंदिर निर्माण के बीच जन्मभूमि पथ निर्माण...

अयोध्या। रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के दिव्य मंदिर निर्माण के बीच जन्मभूमि पथ निर्माण की गति भी तेज हो गयी है। उधर जिला प्रशासन की ओर से निर्माणाधीन मार्ग के बीच अवरोध को दूर करने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में रामलला के दर्शनार्थियों के वापसी के मार्ग में रामगुलेला मंदिर के इर्दगिर्द की तीन दर्जन दुकानों को हटाने का दबाव बनाया जा रहा है लेकिन व्यापारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच वार्ता का अब तक सार्थक समाधान नहीं निकल पाया है। इस स्थिति में शुक्रवार को जिला प्रशासन के निर्देश पर दर्शनार्थियों के वापसी के परम्परागत मार्ग के दोनों छोर पर ट्राली बैरियर से पूरी तरह बंद करा दिया गया।
दर्शनार्थियों के लिए वैकल्पिक मार्ग के रुप में हनुमानगढ़ी-कनकभवन जाने वालों को अमावां राम के पीछे भेजा गया। वहीं अपने गंतव्य पर लौटने वाले श्रद्धालुओं को निर्माणाधीन सुग्रीव किला मार्ग से वापस भेजा गया। इसके पहले यह मुनादी कराई गयी कि रामगुलेला क्षेत्र के जो व्यापारी हैं, उनकी दुकानें नजूल भूमि पर है, इसलिए वह सहमति देकर दुकान आवंटन का आवेदन 24 घंटे भीतर सौंप दें अन्यथा मजबूरन कार्यवाही की जाएगी। उधर व्यापारियों का आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी मनमानी पर आमादा है। इसी मनमानी के विरोध में व्यापारियों ने अपनी दुकानों को शुक्रवार को दोबारा बंद कर दिया जबकि बुधवार को सांकेतिक बंदी के बाद व्यापारियों ने दूसरी पाली में दुकानें खोल दी थी और गुरुवार को भी दुकानें खुली रही।
आवेदन न देने वालों के लिए मान लिया जाएगा कि उन्हें दुकानों की जरूरत नहीं: एडीएम-इस बीच दूसरी पाली में शुक्रवार को एडीएम प्रशासन अमित सिंह राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम लेकर रामगुलेला पहुंचे लेकिन दुकानें बंद होने के कारण व्यापारियों से वार्ता नहीं हो पाई। इसके चलते ध्वस्तीकरण की कार्यवाही को शनिवार तक के लिए मुल्तवी कर दिया गया। एडीएम सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि यहां 36 दुकानदार पूर्ण विस्थापित हो रहे है। उन्होंने इन सभी को प्रशासनिक व्यवस्था में दुकान आवंटन के लिए आवेदन का प्रारूप वितरित किया गया था लेकिन कुल 11 व्यापारियों ने ही आवेदन दिया है। शेष 25 लोग सहयोग नहीं कर रहे हैं। फिर भी संवाद का प्रयास किया जा रहा है।
निर्माणाधीन दुकानों के दृष्टिगत की जा रही वैकल्पिक व्यवस्था:मालूम हो कि प्रदेश सरकार के निर्देश पर अयोध्या रेलवे स्टेशन रोड व टेढ़ीबाजार में एडीए की ओर से मल्टीलेवल पार्किंग के साथ दुकानों का निर्माण कराया जा रहा है। इन निर्माणाधीन दुकानों में पूर्ण विस्थापित दुकानदारों को दुकानों का आवंटन किया जाना है। इस बीच विस्थापित हो रहे रामगुलेला के दुकानदारों को वैकल्पिक स्थान छह माह के लिए प्रदान करने की व्यवस्था जन्मभूमि पथ के निकट की गयी है। एडीएम प्रशासन ने बताया कि अब तक उपलब्ध भूमि में 18 दुकानों की नाप कराई गयी है और सहमति देने वाले दुकानदारों को प्राथमिकता पर स्थान उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं असहयोग करने व आवेदन न देने वालों के लिए मान लिया जाएगा कि उनके पास अन्यत्र दुकानें है और उन्हें कोई आवश्यकता नहीं है।
