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अन्य संस्करण राफ्ट का निर्माण पूरा, भरा गया अंतिम खंड

रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण की प्रक्रिया प्रगति पर है। इस बीच गुरुवार को डेढ़ मीटर राफ्ट निर्माण का कार्य पूरा हो गया। गर्भगृह...

अन्य संस्करण राफ्ट का निर्माण पूरा, भरा गया अंतिम खंड
हिन्दुस्तान टीम,फैजाबादFri, 21 Jan 2022 03:00 AM
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राम मंदिर निर्माण

14 दिनों बाद सुपर स्ट्रक्चर के प्लिंथ का शुरू हो सकता है निर्माण

24 जनवरी से ग्रेनाइट पत्थरों के लेयर के लिए मार्किंग की तिथि है निश्चित

राम मंदिर निर्माण को लेकर हर मोर्चे पर काम की गति में आई है तेजी, रामघाट स्थित कार्यशाला में भी अधूरे पत्थरों पर नक्काशी का काम जारी

अयोध्या। कमलाकान्त सुन्दरम्

रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण की प्रक्रिया प्रगति पर है। इस बीच गुरुवार को डेढ़ मीटर राफ्ट निर्माण का कार्य पूरा हो गया। गर्भगृह के मध्य में छूटे एक खंड में मसाले भरने की कार्यवाही रात्रि बेला में पूरी कर ली गयी है। इसके उपरांत सुपर स्ट्रक्चर के प्लिंथ का निर्माण होना है जो कि राफ्ट के सूखने के ऊपर निर्भर है। इसके लिए मशीनें प्रत्येक खंड पर लगाई गयी हैं। अनुमान है कि अगले 14 दिनों बाद काम शुरू हो सकता है। फिलहाल पहले चरण में चार लेयर ग्रेनाइट पत्थर लगाए जाने हैं।

एक लेयर में लगेंगे ग्रेनाइट पत्थरों के 18 सौ ब्लाक

इसके लिए 24 जनवरी को मार्किंग की तिथि निश्चित की गयी है। मंदिर की नींव को लेकर रामजन्मभूमि ट्रस्ट किसी प्रकार का रिस्क उठाने को तैयार नहीं है। इसके कारण मिर्जापुर के पत्थरों के सापेक्ष ग्रेनाइट को ही अधिक वरीयता दी जा रही है। इसी निर्णय के चलते मिर्जापुर के पत्थरों को रोक ग्रेनाइट मंगवाया जा रहा है। बताया गया कि प्लिंथ में सबसे पहले चार लेयर ग्रेनाइट लगाना निर्धारित किया गया है। कुल क्षेत्रफल में पांच गुणा तीन गुणा ढ़ाई फिट लंबे-चौड़े व ऊंचे ग्रेनाइट के ब्लाक रखे जाएंगे। निर्धारित साइज के अनुसार पूरे फर्श पर 18 सौ ब्लाक लगेंगे। इस तरह से चार लेयर के लिए 72 सौ ब्लाकों की जरूरत है।

डिजाइन में बदलाव के कारण सीबीआरआई से होना है अनुमोदन

प्लिंथ की डिजाइन व पत्थरों की साइज में बदलाव के बाद कार्यदाई संस्था एलएण्डटी ने प्लिंथ की मूल डिजाइन को सीबीआरआई, रुड़की से अनुमोदन लेने के लिए भेज दिया है। बताया गया कि अनुमोदित डिजाइन अभी सीबीआरआई रुड़की से वापस यहां नहीं आई है। 24 जनवरी के पहले अनुमोदन न मिल पाने की सूरत में मार्किंग की तिथि आगे बढ़ाई जा सकती है। फिलहाल कार्यदाई संस्था ने पहले चरण के काम के लिए ग्रेनाइट की आवक को तेज करने का निर्देश दिया है। गुरुवार को एक ट्रक पत्थर ही आ सका जिसमें नौ पीस है। इसके पहले तीन ट्रक पत्थर आया था। अब तक कुल पहले लेयर में लगने वाले 18 सौ ब्लाकों की संख्या ही नहीं पूरी हो पाई है। बंगलुरू से आवागमन में दिक्कत हो रही है क्योंकि एक ट्रक को यशवंतपुर से यहां पहुंचने में तीन दिन का समय लगता है।

एक दर्जन कारीगर राम मंदिर की छत के लिए तराश रहे हैं पत्थर

अयोध्या के रामघाट स्थित रामजन्मभूमि कार्यशाला में एक दर्जन कारीगरों को राजस्थान से यहां बुलाकर अधूरे पड़े भागों के हिस्सों की तराशी कराई जा रही है। दीपोत्सव के दौरान अयोध्या आए यह कारीगर कार्यशाला में छत के पत्थरों की तराशी में जुटे हैं। बताया गया कि यह कारीगर महीन कलाकृतियों के लिए हाथों से तराशी करते हैं। जबकि मोटे काम के लिए हैंड मशीन का उपयोग करते हंै। उधर इन कारीगरों को तेजी लाने के लिए कहा गया है। वहीं रामसेवकपुरम में पूर्व से रखे अनगढ पत्थरों की कटिंग भी शुरू करा दी गयी है। यहां भी जो पीस निकाले जा रहे हैं वह भी छत के ही हैं।

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