ठंडे देशों के पक्षियों ने अयोध्या में डाला डेरा
कुछ अलग आने वाले पक्षियों में अंतरराष्ट्रीय व अंतरराज्यीय पक्षी भी शामिल सरयू...

कुछ अलग
आने वाले पक्षियों में अंतरराष्ट्रीय व अंतरराज्यीय पक्षी भी शामिल
सरयू नदी, सरयूवेट लैंट व समदा झील के आसपास दिखते हैं पक्षी
अयोध्या विवेकानन्द पाण्डेय
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी जाड़ा शुरू होने के साथ ही सुदूर ठंडे देशों से अपने शीतकालीन प्रवास के लिए सुंदर पक्षियों ने अयोध्या के चारों ओर अपना डेरा डाल दिया है। खास बात है कि इस बार भी काफी संख्या में अंतरराष्ट्रीय व अंतरराज्यीय प्रवासी पक्षी आए हुए हैं।
बर्ड मैन आजाद सिंह ने बताया कि इस बार के प्रवासी पक्षियों में यूरेशियन कल्र्यू (बड़ा गुलिंदा /कुकरी जलरंक) ने पहली बार जिले को अपना आशियाना बनाया है। इसे सरयू नदी के पास के छिछले पानी की शांत जगहों पर शिकार करते देखा जा सकता है। इसके अलावा आने वाले प्रमुख पक्षियों में ऑस्प्रे (मछलीमार गरुड़), सवन, सुरखाब, पेंटेड स्टार्क, महा जलकाक, मुसमार गरुड़, पिंगट गरुड़, तीरंदाज (स्नेक बर्ड), ग्रे हेरोन (नारी बगुला), ब्लू थ्रोट,शिव हंस कई पक्षी प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि यह पक्षी हमारे यहां रहकर अपनी जीवन चर्या के साथ यहां के कीट पतंग, चूहे, छिपकली, सांप के बच्चों सहित खर पतवार को खाकर पर्यावरण को सहेजने में अपना योगदान देंगे। बर्ड मैन सिंह ने बताया कि इजिप्शियन वल्चर्स (सफेद गिद्ध) अब पहले से ज्यादा दिखाई पड़ने लगे हैं। जिससे मृत पशुओं को खाकर हमारी सरयू की सफाई करने का कार्य सतत जारी है। इन्हें सरयू नदी और सरयूवेट लैंट व समदा झील के आसपास देखा जा सकता है। पिछले दो वर्षों में जलवायु परिवर्तन के कारण पक्षियों को अब कई और छोटे- छोटे नए आश्रय स्थल मिले हैं। जिससे इनकी संख्या एक स्थान पर तो कम दिखती है पर वास्तव में इन्होंने अब पहले से ज्यादा जगहों को चुन लिया है।
