ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशअयोध्या-लावारिस शवों का जली लकड़ियों से दाह संस्कार बंद

अयोध्या-लावारिस शवों का जली लकड़ियों से दाह संस्कार बंद

अयोध्या। हिन्दुस्तान संवाद श्री रामाय सेवा ट्रस्ट की ओर से अयोध्या के श्मशानघाट...

अयोध्या-लावारिस शवों का जली लकड़ियों से दाह संस्कार बंद
हिन्दुस्तान टीम,फैजाबादSat, 08 May 2021 05:40 PM
ऐप पर पढ़ें

अयोध्या। हिन्दुस्तान संवाद

श्री रामाय सेवा ट्रस्ट की ओर से अयोध्या के श्मशानघाट पर लकड़ी बैंक के जरिए जरूरतमंदों व असहाय एवं लावारिस शवों के दाह संस्कार के लिए नि:शुल्क लकड़ी की उपलब्धता सुनिश्चित करना विपदाकाल में किसी वरदान से कम नहीं है। इस सेवा से प्रेरित होकर दानदाता भी सहयोग के लिए आगे आ रहे हैं। खास बात यह है कि इस विपदा की घड़ी में ऐसी स्थितियां दर्जनों बार सामने आई कि मृतक को चार कंधे भी नहीं सुलभ हो पा रहे हैं। मोहल्ला-टोला वासी ही नहीं निकट के परिजन भी संक्रमित मरीज को हाथ लगाने से भयभीत हो रहे हंै, इस कठिन परिस्थिति में ट्रस्ट के कार्यकर्ता समाजसेवी रितेश दास के नेतृत्व में उनकी मदद कर रहे हैं।

रामाय ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी व महापौर ऋषिकेश उपाध्याय का कहना है कि इस महामारी के समय मानव सेवा सबसे बड़ी आवश्यकता है। ऐसे में हम सभी मिलकर महामारी से लड़ने के लिए समाज को मानसिक रूप से मजबूत करने की जरूरत है जिससे भयमुक्त होकर हम सब एक- दूसरे के सहयोग में खड़े हो सके। यही नहीं मृतात्मा को सम्मानपूर्वक अंतिम विदाई दे सकें। श्रीरामवल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमार दास ने आह्वान किया कि इस महामारी में समाज संवेदनशीलता के साथ जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आए। उन्होंने मंदिर ट्रस्ट की ओर से एक ट्रक लकड़ी निशुल्क लकड़ी बैंक में उपलब्ध कराने का ऐलान भी किया। उन्होंने कहा कि शमशान घाट पर जरूरतमंदों, असहायों एवं लावारिस शवों के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी की कमी नहीं होने दी जाएगी।

निशुल्क लकड़ी बैंक के संचालक रितेश दास ने बताया कि अब तक एक सौ से अधिक शवों के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी उपलब्ध कराई जा चुकी है। इसके अलावा विभिन्न मजबूर परिवारों की मदद कर उनके परिजनों का दाह संस्कार भी सुनिश्चित कराया गया। दास ने बताया कि अभी तक लावारिस शवों का संस्कार पुलिस अज्ञात सेवा संस्था के माध्यम से कराती थी। इस संस्था के कार्यकर्ता श्मशानघाट पर जली लकड़ियों को बटोर कर किसी तरह दाह संस्कार करते थे, जब से यहां नि:शुल्क लकड़ी बैंक स्थापित हुआ तब से लावारिस शवों के लिए आवश्यक लकड़ी बैंक उपलब्ध करा रहा है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें