विकसित उत्तर प्रदेश 2047 में कृषि की भूमिका महत्वपूर्ण
Etawah-auraiya News - इटावा में विकसित उत्तर प्रदेश 2047 के तहत किसान वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्राचार्य ने कृषि की भूमिका और मृदा परीक्षण के महत्व पर जोर दिया। वैज्ञानिकों ने फूड प्रोसेसिंग और जैविक...
इटावा, संवाददाता। विकसित उत्तर प्रदेश 2047 को लेकर विभिन्न स्थानों पर कार्यशाला और गोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी के तहत जनता कॉलेज बकेवर में किसान वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें प्राचार्य राजेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि विकसित उत्तर प्रदेश में कृषि की भूमिका महत्वपूर्ण है ।उन्होंने किसानों को सलाह दी कि वे मृदा का परीक्षण जरूर कराएं । जिससे मिट्टी के बारे में पूरी जानकारी मिल सके । इसके साथ ही पशुपालन पर भी जोर दिया गया। यह भी कहा गया कि किसानों के लिए गांव के पास कलेक्शन सेंटर बनाया जाए जहां एकत्रित करके उनके सामान को बिक्री के लिए बाहर भेजा जाए।
इस गोष्ठी में वैज्ञानिकों ने फूड प्रोसेसिंग किए जाने पर भी जोर दिया और कहा कि इससे किसानों की आय बढ़ेगी। उपनिदेशक कृषि आर एन सिंह ने कहा जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाना चाहिए इसके साथ ही बासमती चावल का उत्पादन बढ़ाया जाना चाहिए जिससे इसके निर्यात में भी वृद्धि होगी । उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव का 5 वर्ष पर आकलन जरूरी है तभी योजनाएं सफल होंगी ।संचनालय एमपी सिंह ने किया। अन्य विशेषज्ञों ने भी अपने विचार रखें।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




