Unseasonal Rain in Etawah Boosts Farmers Hopes Amidst Cold Weather हल्की बारिश से सर्दी बढ़ी लेकिन किसानों के चेहरे पर खुशी, Etawah-auraiya Hindi News - Hindustan
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हल्की बारिश से सर्दी बढ़ी लेकिन किसानों के चेहरे पर खुशी

Etawah-auraiya News - इटावा में सोमवार रात से मौसम में अचानक बदलाव आया और सुबह हल्की बारिश हुई। इससे ठंड बढ़ गई, लेकिन किसानों के चेहरे खिल उठे। मौसम वैज्ञानिक इसे पश्चिमी विक्षोभ का परिणाम मानते हैं। यह बारिश रबी की...

Newswrap हिन्दुस्तान, इटावा औरैयाTue, 24 Dec 2024 09:17 PM
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हल्की बारिश से सर्दी बढ़ी लेकिन किसानों के चेहरे पर खुशी

इटावा। सोमवार की रात से अचानक मौसम ने करवट ली अौर रात में फिर सुबह हल्की बारिश हो गई । जिससे ठंड में इजाफा हुआ लेकि रुक-रुक कर हो रही बूंदाबांदी से किसानों के चेहरे पर खुशी देखी गई। मौसम वैज्ञानिक इसका कारण पश्चिमी विक्षोभ को मान रहे है। यह हल्की बारिश रबी की फसल के लिए फायदेमंद है। हालाकि इससे सर्दी बढ़ गई। पूरे दिन धूप नहीं निकली और ठंडी हवाएं चलतीं रहीं। इसका जनजीवन पर भी असर पड़ा है। सोमवार की रात के बाद मंंगलवार की सुबह को अचानक रिमझिम बूंदाबांदी शुरू हो गई। यह मंगलवार को दिन में भी बीच बीच में होती रही। शहरी क्षेत्र कीचड़ से सन गए। इससे उन मार्गो से होकर गुजरने पर लोगों की मुश्किलें बढ़ गई। इसके विपरीत जिले में वर्षा होने से किसानों के चेहरे खुशी से खिल उठे। किसानों का कहना है कि इस वर्षा से रबी की फसलों को काफी लाभ पहुंचा है। खासतौर से गेहूं,चना, अरहर,जौ की फसल के लिए यह पानी अमृत के समान होना बताया गया है। जगह-जगह जलभराव से लोगों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। अभी कुछ खास बरसात नहीं हुई है किंतु आसमान में बादल छाए रहने से बरसात की उम्मीद बनी हुई है। बूंदाबांदी से ठंड में जरूरत बढ़ोतरी हुई है तो गेहूं, सरसो, चना, मटर आदि की फसलों को अच्छा फायदा होने के साथ किसानों को फसलों की सिचाई भी नहीं करनी पड़ेगी।

जिले में भी सोमवार की देर रात मौसम बिगड़ जाने से ठंड वापस लौट आई है। मंगलवार की सुबह बदली छाई रही और कहीं-कहीं तो बरसात भी होने लगी। जिससे ठंड के साथ गलन बढ़ गई है। किसानों का मानना है कि यह बरसात फसल के लिए बहुत ही फायदेमंद है। यह भी चिंता बनी हुई है कि कहीं जरूरत से ज्यादा बरसात हो गई तो आलू और सरसों की फसलों को करने वाले किसानों को नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। कुल मिलाकर इस बारिश से किसानों के बीच ऊहापोह की स्थिति बनती जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र में भी बूंदाबांदी से फसलों को खाद का काम करेगा। किसानों का कहना है कि थोड़ा और बरसात हो जाती तो फसलों की वृद्धि तेजी से होती और पैदावार अच्छी हो जाती है। हालांिक झमाझम बारिश ना हो इसकी दुआ तो किसान भी कर रहे हैं।

पूरे दिन नहीं निकली धूप

इटावा। सर्दी तो पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से पड़ रही है लेकिन इस दौरान धूप निकलने से दिन में सर्दी से कुछ राहत मिल जाती थी । इसके विपरीत मंगलवार को पूरे दिन बादल छाए रहे बीच बीच में हल्की बारिश भी हुई और धूप नहीं निकली। इसके कारण पिछले दिनों की तुलना मे मंगलवार काे सर्दी बढ़ृ गई। इससे सरकारी कार्यालयो ंके कामकाज पर भी असर पड़ा। कई स्थानों पर लोगों को आग के पास बैठे देखा गया।

रैन बसेरों को किया गया तैयार

इटावा। लोगों को सर्दी से बचाने के लिए रैन बसेरे बनााए गए हैं और शहरी क्षेत्र में स्थित सभी 6 रैन बसेरों को तैयार कर लिया गया है ताकि जरुरतमंद इन रैन बसेरों में अपनी रात गुजार सकें। यहां रेलवे स्टेशन के नजदीक एक रैन बसेरा पहले से बना हुआ है और एक अस्थाई रैन बसेरा भी बना दिया गया है ताकि जरुरत प ड़ने पर यात्री वहां रुक सकें। इन रैन बसेरो ंमें कपड़ों की व्यवस्था भी की गई है।

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