मध्य प्रदेश बार्डर पर 18 घंटे से जाम के झाम से कराह उठे क्षेत्रवासी
ओवरलोडिंग और अवैध खनन का काला कारोबार चरम पर है। अवैध खनन लेकर निकलने वाले ट्रकों से चम्बल पुल पर लगने वाला जाम अब उदी व उसके आसपास रहने वाले लोगों के लिए सिरदर्द बन चुका है। आए दिन जाम के झाम के...
ओवरलोडिंग और अवैध खनन का काला कारोबार चरम पर है। अवैध खनन लेकर निकलने वाले ट्रकों से चम्बल पुल पर लगने वाला जाम अब उदी व उसके आसपास रहने वाले लोगों के लिए सिरदर्द बन चुका है। आए दिन जाम के झाम के कारण सिर्फ इस हाइवे से होकर मध्य प्रदेश के लिए सफर करने वाले यात्रियों के लिए ही मुसीबतें नहीं बनता बल्कि इस जाम का दंश क्षेत्रवासियों को भी झेलना पड़ता है।
मंगलवार की रात से शुरु हुई टॉस्क फोर्स की खनन व ओवर लोडिंग की चेकिंग के चलते ट्रकों का लम्बा काफिला मध्य प्रदेश बार्डर की तरफ देखा जा सकता है। जिसके चलते गुरुवार की रात से लेकर शुक्रवार की शाम तक फूप से लेकर यमुना पुल तक जाम की स्थिति बनी रही। जिसे खुलवाने के लिए पुलिस बल ही नहीं बल्कि समाजसेवियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। जिसके चलते 18 घंटे बाद जाम खुल सका। लेकिन इस बजह से मध्य प्रदेश से इटावा, आगरा व कानपुर की तरफ जाने वाले मुसाफिर हो या फिर इधर से मध्य प्रदेश जाने वाले सभी को दिक्कतें उठानी पड़ी। भीषण गर्मी के कारण शुक्रवार की सुबह से ही लोग इस जाम के झाम को झेलते नजर आए। जिसके बाद लोगों ने वाहनों को छोड़कर पैदल ही अपने सफर की डगर पकड़ ली और कई किलोमीटर पैदल चलकर दूसरे वाहनों से अपने सफर को पूरा किया। जिससे बच्चे, बूढे़ हो या फिर जवान सभी भूख व प्यास से व्याकुल भी दिखाई दिए। शुक्रवार को यमुना पुल से फूप टोल प्लाजा तक जाम लगने से स्थिति काफी भयावह थी।