जिले में आज से घर-घर खोजे जाएंगे कोरोना लक्षण वाले मरीज
इटावा। संवाददाता कोरोना के लक्षण,सर्दी-जुकाम, बुखार और गले में दर्द से पीड़ित मरीजों...
इटावा। संवाददाता
कोरोना के लक्षण,सर्दी-जुकाम, बुखार और गले में दर्द से पीड़ित मरीजों की पहचान की जाएगी और इनकी सूची तैयार की जाएगी। टीकाकरण से वंचित बुजुर्गों की भी पहचान होगी। इसके लिए 24 से 29 जनवरी तक विशेष दस्तक अभियान जिले में चलाया जाएगा। अभियान के लिये 607 टीमों का गठन किया गया है। इसके अलावा नियमित टीकाकरण से वंचित दो साल तक के बच्चों व गर्भवती की भी खोज की जाएगी। शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार से शुरू होने वाले दस्तक अभियान की सभी तैयारी पूरी कर ली है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ श्रीनिवास यादव ने बताया कि विशेष कोविड संवेदीकरण अभियान 24 जनवरी से शुरू होगा जो 29 जनवरी तक चलेगा। इस अभियान में घर घर जाकर आशा व आंगनबाड़ी के द्वारा दस्तक देकर सांस, खांसी ,जुकाम के मरीजों के अलावा 2 वर्ष तक के ऐसे बच्चे जिन्हें रूटीन में लगने वाले टीके जैसे पोलियो, मीजल्स, पेंटावेलेंट के नहीं लगे है। गर्भवती महिलाओं को जो टीके लगते हैं उनमें में किन-किन गर्भवती को टीके नहीं लगे है। इस अभियान के तहत उन्हें खोजा जाएगा। इसके अलावा 60 साल से अधिक ऊपर के कौन लोग वैक्सीन से वंचित रह गये है। 15 से 17 वर्ष तक के कितने किशोरों को वैक्सीन नहीं लगी है इनकी खोज भी टीमों के द्वारा की जाएगी।
उन्होने बताया टीमों को चार तरीके के फॉर्मेट दिए गए है। जिसमें टीमों के द्वारा घर घर जाकर पूरी जानकारी करने के बाद टीमें सीएचसी अधीक्षक को सौंपेंगीं। उन्होंने बताया टीमों की मॉनिटरिंग के लिए सुपरवाइजर भी लगाई गये है। प्रतिदिन सुबह 8:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक टीमों के द्वारा घर-घर जाकर दस्तक दी जाएगी और उसके बाद टीमें अपने फॉर्मेट भरकर अधीक्षक को सौंपेंगीं। डॉ श्रीनिवास ने बताया कि टीमों को मास्क, सैनिटाइजर, चॉक व चार तरीके के फॉर्मेट उपलब्ध कराए गए हैं। जिसमें उनके द्वारा अलग-अलग जानकारी भरी जाएगी।
डा. श्रीनिवास यादव ने बताया कि दस्तक अभियान पल्स पोलियो अभियान की तरह से चलाया जाएगा। इसके तहत दो सदस्यों की टीम घर-घर जाएंगी। ग्रामीण क्षेत्रों की टीम में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता होंगी। जरूरत पड़ी तो इसमें एनजीओ की भी मदद ली जाएगी।
घर की दीवार पर लिखी जाएगी संख्या
इटावा सर्वेक्षण टीम द्वारा पल्स पोलियो अभियान की भांति प्रत्येक घर की दीवार पर घर संख्या और तारीख दर्ज की जाएगी। सर्वेक्षण के पूरा होने पर प्रत्येक घर पर जागरूकता के लिए स्टीकर चस्पा किया जाएगा। सर्वेक्षण के दौरान यदि टीम को किसी घर में सारी (सिवीयर एक्यूट रेस्परेटरी इन्फेक्शन) का रोगी मिलता है तो ऐसे मरीज की पल्स ऑक्सीमीटर से जांच की जाएगी। इसकी सूचना पर्यवेक्षक को दी जाएगी। ऐसे मरीजों को प्रिजम्पटिव कोविड वार्ड में भर्ती कराया जाएगा। टीमों के द्वारा कोरोना लक्षण वाले लोगों को दवा की किट भी मौके पर उपलब्ध कराई जाएगी।