इटावा। हिन्दुस्तान संवाद
नव वर्ष के प्रथम दिन शहर के प्रमुख मंदिरों में सुबह से शाम तक आस्था का सैलाब उमड़ा रहा। लोगों ने भगवान का पूजन अर्चन करने के बाद ही नव वर्ष को हर्षोल्लास से मनाया और एक दूसरे को शुभकामनाएं दी। शहर के सिद्ध शक्तिपीठ माता काली बाँह मंदिर पर जहां आकर्षक फूल बंगला सजाया गया था वही भव्य भंडारा भी आयोजित हुआ जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
कोरोना के चलते वर्ष 2020 लोगों के लिए अच्छा नहीं रहा। इसलिए नए वर्ष के प्रथम दिन सुबह से ही लोग भगवान के दरबार में पूजन अर्चन के लिए पहुंचने लगे थे। सभी ने मंदिरों में जाकर घर परिवार में जहाँ सुख समृद्धि की कामना की वही कोरोना से पूरी तरह मुक्ति दिलाने की भगवान से गुहार लगाई। वैसे तो शहर के सभी प्रमुख शिवालयों व देवी मंदिरों में भक्तों का सुवह से पहुंचना शुरू हो गया था लेकिन सबसे ज्यादा आस्था का सैलाब सिद्ध शक्तिपीठ माता काली बाँह के दरबार में देखने को मिला। यहां पर सर्द हवाओं के बीच भक्तों का सुबह से ही हुजूम उमड़ने लगा था जो पूरे दिन चला।
माता काली बॉह के दर्शन के लिए मंदिर परिसर में भक्तों की लंबी कतारें लगी रही लोगों को दर्शन करने के लिए काफी लंबा इंतजार करना पड़ा। नववर्ष को लेकर जहां पूरे मंदिर परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया गया था वही माता काली वॉह के दरबार में फूल बंगला भी सजाया गया था। इसके अलावा संकट मोचन हनुमान, शिव परिवार,राम दरबार का भी आकर्षक श्रंगार किया गया था। मंदिर में भव्य भंडारा भी आयोजित हुआ था इसके अलावा कई भक्तों के द्वारा अलग अलग तरह का प्रसाद वितरित किया गया। पूरे दिन मंदिर परिसर व आसपास का क्षेत्र माता के जयघोष गुंजायमान होता रहा। लोगों ने भगवान के दर्शन के बाद ही नव वर्ष की शुरुआत की।
इन मंदिरों में भी रही श्रद्वालुओं की भीड़
इटावा। नव वर्ष के प्रथम दिन सिद्ध शक्तिपीठ माता कालीबॉह मंदिर के अलावा अन्य मंदिरों में भी काफी संख्या में श्रद्धालु पूजन अर्चन के लिए पहुंचे। ग्वालियर रोड स्थित प्राचीन श्री कालीबाड़ी मंदिर तथा इसी मंदिर परिसर में बने द्वादश ज्योतिर्लिंग व नव दुर्गा मंदिर, टिक्सी महादेव मंदिर, यमुना नदी के किनारे मां पीतांबरा धाम मंदिर, ग्यारह रुद्रेश्वर महादेव मंदिर, धूमेश्वर महादेव मंदिर, खटखटा बाबा की कुटिया, लालपुरा स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर, कालका देवी मंदिर, छैराहा स्थित नगर का वृंदावन धाम श्री राधा वल्लभ मंदिर, चौगुर्जी के प्राचीन शिव मंदिर, कचौरा रोड स्थित साईं मंदिर, पक्का तालाब स्थित साईं बाबा मंदिर, फ्रेंड्स कॉलोनी के ज्ञान मंदिर, कटरा सेवा कली के बड़े हनुमान मंदिर, संकट मोचन हनुमान मंदिर, सिद्ध पीठ पिलुआ हनुमान मंदिर, बलराई के ब्रह्माणी देवी मंदिर, लखना के कालका माता मंदिर, सरसई नावर स्थित हजारी महादेव मंदिर, सिद्व शनिधाम मंदिर व अन्य मंदिरों पर भी श्रद्वालुओँ की भीड़ रही।