किसानों के लिए आसमान से बरसा अमृत, खिले चेहरे
बकेवर। गुरूवार की सुबह तेज हवा के साथ झमाझम बारिश होने से बारिश का
बकेवर।
गुरूवार की सुबह तेज हवा के साथ झमाझम बारिश होने से बारिश का इंतजार कर रहे किसानों के चेहरे खिल गए हैं। झमाझम बारिश से धान व बाजरा की फसल को सिंचाई की आवश्यकता पूरी हो गई बारिश को किसानों ने धान के लिए बहुत लाभदायक बताया है। इस साल जहां मौसम विभाग ने सामान्य से अधिक बारिश होने की सम्भावना जतायी थी। वहीं जुलाई और अगस्त के महीने में बारिश काफी कम होने से किसान को अब धान और बाजरा की फसल की सिंचाई की चिंता सताने लगी थी। हालांकि मौसम विभाग द्वारा सितंबर के माह में काफी बारिश होने की आशंका जताई गई थी परंतु सितंबर के पहले सप्ताह तक कोई बारिश न होने से किसानों को लगने लगा था यह बारिश नहीं होगी और इस समय धान की फसल में मौसम के तापमान में अधिक गर्मी होने के कारण सिंचाई की महती आवश्यकता महसूस की जा रही थी। किसान धान की फसल पर काफी विपरीत प्रभाव पौधे की वृद्धि व पैदावार को लेकर पड़ने की आशंका करने लगे थे। क्योंकि रजवाहों व नहर के पानी से सिचाईं में धान की फसल में जड़ों में तो पानी मिल जाता है परंतु तापमान और गर्मी के कारण फसल में जो कीड़े व अन्य रोग आते हैं वह फसल के ऊपरी भाग और मध्य भाग में होते हैं जिस जो फसल को काफी नुकसान पहुंचाते हैं।