पांच वर्षों बाद अपने पैरों पर चल सकेंगी चंद्रप्रभा
उ. प्र. आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के हड्डी व जोड़ रोग विभाग के डॉ. हरीश कुमार ने 60 वर्षीय महिला चंद्रप्रभा के पैरों का सफल ऑपरेशन किया है। लगभग पांच वर्षों के बाद वह अब अपने पैरों पर चल सकेंगी।...
उ. प्र. आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के हड्डी व जोड़ रोग विभाग के डॉ. हरीश कुमार ने 60 वर्षीय महिला चंद्रप्रभा के पैरों का सफल ऑपरेशन किया है। लगभग पांच वर्षों के बाद वह अब अपने पैरों पर चल सकेंगी। आयुष्मान योजना के तहत यह ऑपरेशन किया गया। इस संबंध में डॉ. हरीश कुमार ने बताया कि 6 साल पहले चोट लगने के कारण चन्द्रप्रभा की बायें कूल्हे की हड्डी टूट गई थी जिसका ऑपरेशन आर्थो विभाग में किया गया। ऑपरेशन के कुछ वर्षों बाद मरीज चन्द्रप्रभा दुबारा गिर गई जिससे आपरेशन के दौरान डाली गई सरिया टूट गई थी। जिससे उन्हें चलने फिरने में गंभीर दिक्कत होने लगी थी। साथ ही कुल्हे की हड्डी भी टेढ़ी हो गई थी। उन्होंने बताया कि पिछले चार सालों से वह चलने फिरने व उठने बैठने में असमर्थ महसूस कर रही थी। मरीज को दोबारा आपेरशन की सलाह दी गई और आयुष्मान योजना में नि:शुल्क ऑपरेशन किया गया। आपरेशन सफल रहा अब वह फिर से अपने पैरों पर चल सकेंगी।
हड्डी एवं जोड रोग विभाग के डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि इस तरह का आप्रेशन बेहद जटिल होता है। आपरेशन के दौरान चन्द्रप्रभा के पैर में डाले गये टूटे सरिया को बाहर निकालकर टेढ़ी हड्डी की आस्टियोटॉमी की गई। हड्डी को पुन: सीधा करके हड्डियों के गैप को कमर की हड्डी से चूरा निकालकर भरा गया तथा आप्रेशन के कुछ दिन बाद ही मरीज अपने पैरों पर खड़ा हो सकीं।
सफल आप्रेशन पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. राजकुमार, प्रति कुलपति डॉ. रमाकान्त यादव, संकाय अध्यक्ष डॉ. आलोक कुमार, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आदेश कुमार, पीआरओ अनिल कुमार पांडेय ने आपरेशन करने वाली टीम को बधाई दी है।