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सूबे में नहीं है स्वाइन फ्लू से बचाव को वैक्सीन

जिले में स्वाइन फ्लू का मामला निकलने के बाद बचाव को कोई पहल नहीं हो सकी है। जिला मलेरिया अधिकारी हरिप्रसाद ने बताया कि स्वाइन फ्लू की जांच को जाने वाली टीम को पहले वैक्सीन चाहिए। उसके बाद ही टीम मौके...

सूबे में नहीं है स्वाइन फ्लू से बचाव को वैक्सीन
हिन्दुस्तान टीम,एटाSat, 12 Oct 2019 11:07 PM
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जिले में स्वाइन फ्लू का मामला निकलने के बाद बचाव को कोई पहल नहीं हो सकी है। जिला मलेरिया अधिकारी हरिप्रसाद ने बताया कि स्वाइन फ्लू की जांच को जाने वाली टीम को पहले वैक्सीन चाहिए। उसके बाद ही टीम मौके पर जाकर जांच कर सकेगी। जबकि पूरे प्रदेश में ही स्वाइन फ्लू वैक्सीन नहीं है।

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि वैक्सीन न होने से जलेसर में स्वाइन फ्लू की पूरी तरह से जांच नहीं हो सकी। जांच करने गई टीम विभागीय प्रोफार्मा भरवाकर लौट आई थी। उन्होंने बताया कि यह वैक्सीन अत्यंत महंगी है। इसकी निर्माता कंपनी वैक्सीन का सरकारी अस्पताल में आपूर्ति देने के बाद प्राइवेट अस्पतालों को प्राथमिकता देती है। उससे सरकारी अस्पतालों में इसका अभाव है। उन्होंने बताया कि यह वैक्सीन जिले मे ही नहीं। पूरे उत्तर प्रदेश में इसका अभाव है। जलेसर में महिला को स्वाइन फ्लू होने के मामले में वैक्सीन की तलाश कराई गई थी। उस समय जिले में तो दूर मंडल और प्रदेश स्तर पर वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी। उसकी वजह से बचाव और राहत के प्रयास नहीं हो सके। मलेरिया निरीक्षक लोकमन सिंह ने बताया कि जलेसर में स्वाइन फ्लू का मामला मिलने के बाद वैक्सीन की डिमांड सीएमओ के माध्यम से शासन को भिजवाई गई है। डिमांड भेजने के बाद कब तक वैक्सीन उपलब्ध हो सकेगी। अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है।

जलेसर में पखवाड़े पूर्व महिला को निकला स्वाइन फ्लू

एटा। स्वाइन फ्लू का मामला जलेसर में मोहल्ला बड़ा बाजार निवासी महिला सुनीता गर्ग पत्नी पंकज गर्ग को निकला। जिसके बाद परिजनों ने महिला को उपचार के लिए दिल्ली के प्राइवेट नर्सिंगहोम में भर्ती कराया है। जहां उसका अभी भी निरंतर उपचार चल रहा है। उसके परिजन जलेसर में स्वाइन फ्लू की रोकथाम को कोई प्रयास न होने से नाराज दिखे।

स्वाइन फ्लू से बचाव को वैक्सीन बहुत जरूरी है। उसके लिए शासन को डिमांड भेजी है। अभी तक वैक्सीन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। वैक्सीन महंगी होने के साथ-साथ आपूर्ति कम मिल पाती है। वैक्सीन के लिए उन्होंने प्रदेश स्तर पर वार्ता की है।

-डा. अजय अग्रवाल, सीएमओ, एटा।

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