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स्वच्छता पर पालिका को मिल रहा है खराब फीडबैक

स्वच्छ भारत मिशन सर्वेक्षण 2020 में नगर पालिका को शहरी क्षेत्र में रहने वाले लोगों से स्वच्छता प्रति अच्छा फीड अच्छा नहीं मिल रहा है। स्वच्छता मिशन में नगर पालिका एटा सभी मानकों पर पूरी तरह खरी नहीं...

स्वच्छता पर पालिका को मिल रहा है खराब फीडबैक
हिन्दुस्तान टीम,एटाWed, 08 Jan 2020 10:21 PM
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स्वच्छ भारत मिशन सर्वेक्षण 2020 में नगर पालिका को शहरी क्षेत्र में रहने वाले लोगों से स्वच्छता प्रति अच्छा फीड अच्छा नहीं मिल रहा है। स्वच्छता मिशन में नगर पालिका एटा सभी मानकों पर पूरी तरह खरी नहीं उतर सकी है। इसके कारण लोग अच्छी प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं।

स्वच्छ भारत सर्वेक्षण 2020 पिछले दिनों चार जनवरी प्रारंभ हो चुका है। यह सर्वेक्षण कार्य 31 जनवरी तक केन्द्रीय टीमों द्वारा शहर में गोपनीय तरीके से किया जा रहा है। इस बात की जानकारी नगर पालिका सहित स्वच्छ भारत मिशन शहरी क्षेत्र के डीपीएम एवं जिला कोऑर्डिनेटर को भी नहीं है। शहर में स्वच्छता संबन्धी प्रतिक्रिया लेने को डीएपीएम सुरजीत सिंह एवं जिला कोऑर्डिनेटर मोहम्मद आतिफ सिद्धीकी शहरी क्षेत्र में रहने लोगों के घर-घर जाकर स्वच्छता संबन्धी फीडबैक ले रहे हैं। जिसमें उनको अब तक कोई अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है।

स्वच्छ भारत मिशन के दोनों अधिकारियों ने पालिका को स्वच्छता सर्वेक्षण में उत्तीर्ण आने को लेकर शहर में स्वच्छता संबन्धी होने वाले कार्यों का ब्यौरा पालिका को दिया था। उसके बाद भी पालिका ने कोई भी सकारात्मक कार्य शहर में नहीं कराया। आतिफ सिद्धीकी ने बताया कि शहरी क्षेत्र में कोई भी कूड़े का बडा ढेर न होने के कारण नगर पालिका एटा को स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत एक स्टार मिला है। इसके अलावा शहर को पूरी तरह से ओडीएफ भी घोषित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि शहर के लोग स्वच्छता के प्रति अच्छा फीडबैक नहीं दे रहे हैं। अब तक शहर के 150 लोगों ने नगर पालिका के सफाई कार्य को सही बताया है। अधिकांश लोग टूटी सड़कों को कारण शहर में गंदगी होने की मुख्य वजह बता रहे हैं।

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शहर में स्वच्छता के प्रति नहीं कराए गए अब तक यह कार्य

एटा। नगर पालिका परिषद ने शहर के मुख्य मार्गों पर बने डलाबघरों की स्थित अभी तक ठीक नहीं कराई। चिन्हित डलाबघरों को भी पालिका ने खुली गंदगी से निजात दिलाने को कबर्ड नहीं करा पाया। इसके अलावा शहर के प्रत्येक घर में गीला एवं सूखा कूड़ा डालने को डस्टबिन भी नहीं दिए गए। कूड़ा निस्तारण को लेकर मशीनें भी नहीं लगाई गई। जबकि अवागढ़ एवं जैथरा नगर पंचायतों में कूड़े से खाद बनाने वाली मशीनें लगाई जा चुकी है।

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शहर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने को डूर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का निजि संस्था द्वारा दो वार्डो में ट्रायल चल रहा है। शहर में वॉल पेंटिंग कार्य भी शुरू हो गया है। मुख्य मार्गों पर बने डलाबघरों को कवर्ड करने के लिए टैंडर किए जा रहे है। इसी के साथ आगामी 13 जनवरी से शहर में घर-घर डस्टबिन वितरण करने का कार्य शुरु कर दिया जाएगा।

---मीरा गांधी, नगर पालिकाध्यक्ष एटा।

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