टेट परीक्षा अनिवार्य करने के विरोध में शिक्षक हुए मुखर, आज देंगे ज्ञापन
Etah News - उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की बैठक में शिक्षकों ने 1 सितंबर 2025 को उच्चतम न्यायालय द्वारा पारित आदेश को अव्यवहारिक बताया। इस आदेश के तहत 2010 से पूर्व नियुक्त सभी शिक्षकों के लिए शिक्षक पात्रता...

प्रदेश सरकार से शिक्षकों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा अनिवार्य करने को लेकर शिक्षकों की बैठक गुरुवार को जनेश्वर मिश्र सभागार में आयोजित हुई। बैठक में शिक्षक-शिक्षिकों ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के एक सितम्बर 2025 को पारित आदेश अव्यवारिक है। इसमें 2010 से पूर्व नियुक्त सभी शिक्षकों को टेट शिक्षक पात्रता परीक्षा की अनिवार्यता की गयी है। यह 2010 से पूर्व नियुक्त शिक्षकों की नियुक्ति के समय लागू अर्हता एवं सेवा शर्तों के विरुद्ध है। इस आदेश से उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश के लाखों शिक्षकों की सेवा समाप्त होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। 20 से 30 वर्ष की लंबी सेवा के बाद बीच में इस तरह के अव्यवहारिक आदेश लागू करना न्याय संगत नहीं है।
विरोध करने वालों में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष प्रवीण फौजी, प्रांतीय संगठन मंत्री लोकपाल सिंह यादव, प्रांतीय मंत्री वीरपाल सिंह जाटव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष उमेश प्रताप सिंह दिनकर, प्रदीप गौतम, वरिष्ठ शिक्षक नेता अभिलाष सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह यादव, मनोज यादव, शिल्पी मिश्रा, संगीता रानी, त्रेता वर्मा, समीरूद्दीन, लाल सिंह, हिरदेश, मासूम, आदेश कुमार सहित सैकड़ों संख्या में काफी शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे।
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