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एटा में अवैध शराब के कारोबार को लेकर पुलिस अलर्ट

पंजाब में जहरीली शराब पीन से 98 लोगों की मौत हो गई। पंजाब की शराब से एटा में का भी कनेक्शन है। तस्करी के लिए आने वाली शराब पंजाब की ही होती है। लॉकडाउन से पहले जब भी शराब से भरे ट्रक पकड़े जाते थे तो...

एटा में अवैध शराब के कारोबार को लेकर पुलिस अलर्ट
हिन्दुस्तान टीम,एटाMon, 03 Aug 2020 11:05 PM
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सावधान! कहीं पंजाब की तरह जिले में भी मौतों का सबब न बन जाए जहरीली शराब। चूंकि पंजाब की शराब से एटा का भी कनेक्शन नजर आ रहा है। जिले में तस्करी के लिए आने वाली शराब पंजाब की ही होती है। लॉकडाउन से पहले पुलिस ने शराब से भरे कई ट्रक पकड़े थे तो यही बताया गया था कि यह शराब तस्करी के लिए पंजाब से आई थी। ऐसे में अगर किसी तस्कर ने चोरी-छिपे जिले में यह जहरीली शराब खफा दी गई तो हालात खराब होने से इनकार नहीं किया जा सकता। चार साल पहले शराब पीने से अलीगंज में 43 लोगों की जान चली गई थी।

जनपद शराब तस्करी का हब माना जाता है। पिछले पांच वर्षों से (लॉकडाउन को छोड़कर) शायद ही कोई ऐसा माह रहा होगा जब पुलिस को शराब से भरे ट्रकों को पकड़ने में सफलता हाथ ना लगी हो। अगर पूरे वर्ष की बात करें तो करीब 30 ट्रक पुलिस के हत्थे चढ़े । यह शराब कहां जा रही थी। कौन तस्कर है, कितनी शराब यह सवाल हमेशा सवाल ही बने हैं।

यह पता नहीं चल सका है कि कौन इतना बड़ा तस्कर है जो शराब की खेप को मंगाता है। पिछले दिनों पंजाब में जहरीली शराब से मरने वालों का आंकड़ा 100 के आसपास पहुंचने के बाद यह डर है कि कहीं जिले में तो कोई ट्रक शराब से भरा ना आ गया हो। कोरोना काल में शराब की कुछ डिमांड भी बढ़ गई थी। किसी तस्कर ने पंजाब की शराब को बेच दिया होगा तो कहीं अनर्थ ना हो जाए।

अलीगंज में हो गई थी 43 लोगों की मौत

एटा। जुलाई 2016 में अलीगंज में जहरीली शराब से तबाही मचा दी थी। ऐसी ही शराब पीने से धीरे-धीरे 43 लोगों की जान ले ली थी। अलीगंज में हालात ऐसे हो गए थे कि पूरे के पूरे परिवार के लोग अपनी जीवन लीला से हाथ धो बैठै थे। आज भी अलीगंज के लोगों को वह दिन याद है। कस्बा अलीगंज के करीब दस परिवार तो ऐसे है जिनमें कोई कमाने वाला ही नहीं बचा था।

प्रधान का नाम रहा था सुर्खियों में

एटा। जनपद में शराब तस्करी के लिए एक प्रधान का नाम सुर्खियों में आया था। शराब भरे पूरे ट्रक के ट्रकों को इधर से उधर करता था। करीब चार वर्ष पहले कई मुकदमें भी लिखे गए थे। यह बात चर्चा में रही थी कि पुलिस के कुछ लोगों की मिली भगत से शराब तस्करी का काम चल रहा है।

---वर्जन

जो शराब एटा में पकड़ी गई थी वह पंजाब से आती थी, लेकिन वह बिहार आदि प्रदेशों को जाते समय पुलिस पकड़ी थी। उसकी तस्करी एटा में नहीं होती थी। वैसे ही हम इस समय शराब के खिलाफ विशेष अभियान चल रहे हैं। यह सात अगस्त तक चलेगा। इसमें तस्करी और अवैध शराब की तलाश की जा रही है। जिले में कहीं पर भी कोई अवैध काम नहीं होने दिया जाएगा।

सुनील कुमार, एसएसपी एटा

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