केन्द्रीय आम बजट में एटा को कुछ न मिलने से लोग निराश
केन्द्र सरकार के आम बजट ने एक बार फिर एटा जनपद के लोगों के निराश किया है। बजट में जनपदवासियों की बहुप्रतीक्षित एटा-कासगंज रेलवे लाइन विस्तार, एटा-आगरा फास्ट पैसेंजर ट्रेन संचालन को घोषणा न होने से...
केंद्र सरकार के आम बजट ने एक बार फिर एटा जनपद के लोगों को निराश किया है। बजट में जनपदवासियों की बहुप्रतीक्षित एटा-कासगंज रेलवे लाइन विस्तार, एटा-आगरा फास्ट पैसेंजर ट्रेन संचालन को घोषणा न होने से लोग मायूस दिखे। लोगों का मानना है कि एटा जनपद के विकास के लिए रेलवे लाइन विस्तार महती आवश्यकता है। बजट में सरकार ने टैक्स, किसान, शिक्षा, पेयजल, रोजगार के बेहतर प्रयास किए हैं। घंटाघर पर किसान, व्यापारियों से व्यापारियों से चर्चा की गई।
चर्चा में व्यापारी अशोक सराफ ने कहा कि एक बार पुन: आम बजट ने जनपद के लोगों को निराश किया है। जनपद के विकास को महती आवश्यकता एटा-कासगंज रेलवे लाइन की मांग पूरी नहीं हो सकी। उसके लिए यहां के जनप्रतिनिधियों को ही जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। जिन्होंने हर बार लोगों को रेलवे लाइन विस्तार के सपने दिखाए और अपना उल्लू सीधा किया। पूर्व सैनिक नंदन सिंह ने कहा कि सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए अच्छे कदम उठाने की घोषणा की है। यदि यह घोषणा धरातल पर उतारी जाएगी। तब किसानों को कुछ भला हो सकेगा। पूर्व प्रधानाचार्य रनपाल सिंह ने कहा कि शिक्षा में एफडीआई लाकर सरकार ने प्राइवेट कंपनियों की सहभागिता बढ़ाने को छूट दे दी है। उससे शिक्षा में जहां नए आयाम स्थापित होने की उम्मीद जगी है। वहीं बेहतर शिक्षा देने के रास्ते भी सरकारी संस्थानों में खुल सकेंगे। चर्चा में मोहर सिंह, सुदीश यादव, अमित, बजरंग मराठा, गोपाल वासवानी, आनंद गुप्त, नंदन सिंह आदि व्यापारी, किसान मौजूद रहे।