फैक्ट्री की जमीन पर चल रहा काम रुकवाया, दो हिरासत में
Etah News - कासगंज रोड पर स्थित एक फैक्ट्री में प्रापर्टी डीलरों की तोड़फोड़ को अधिकारियों ने रोक दिया। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की। जमीन के कागजात मांगे गए, लेकिन कोई दस्तावेज नहीं...

कासगंज रोड स्थित फैक्ट्री में प्रापर्टी डीलरों की ओर से की जा रही तोड़फोड को अधिकारियों ने रुकवा दिया। मौके पर मिले दो लोगों को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस नों से पूछताछ कर रही है। अधिकारियों ने दस्तावेज मांगे लेकिन कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके। मालूम हो कि आपके अपने लोकप्रिय समाचार पत्र हिन्दुस्तान ने इस मामले को प्रमुख से उठाया था। बुधवार की दोपहर को एसडीएम सदर विमल कुमार, तहसीलदार नीरज वार्ष्णेय कासगंज रोड स्थित हिन्दुस्तान यूनीलीवर की फैक्ट्री पर पहुंच गए। यहां पर कुछ लोग काम करते नजर आए। इन लोगों से पूछताछ की तो ये लोग कोई जवाब नहीं दे सके। जमीन संबंधी कागज मांगे गए लेकिन मौके पर मौजूद दोनों की ओर से कोई कागज नहीं दिए गए। इसी समय मौके पर पुलिस बुला ली गई। पुलिस दोनों लोगों को लेकर थाने आ गई और पूछताछ की। इन दोनों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की बात कहीं जा रही है। दूसरी ओर जिला प्रशासन की ओर से हुई इस कार्रवाई से प्रापर्टी डीलरों में हड़कंप मच गया है। यह लोग इस मामले की जांच होने की बात कह रहे हैं। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की ओर से हुई पूछताछ के बाद भी कोई यह नाम बताने के लिए तैयार नहीं है कि इस जमीन पर काम कौन करा रहा है। थाना कोतवाली देहात पुलिस की ओर से मुकेश पुत्र तिलक सिंह निवासी कुरीना दौलतपुर थाना रिजोर, सूर्य प्रकाश पुत्र आनंद प्रकाश निवासी शांति नगर को शांति भंग के आरोप में पाबंद किया है। मालूम हो कि 24 और 25 दिसंबर के अंक में हिन्दुस्तान ने इस मामले का खुलासा किया था। फैक्ट्री की जमीन पर प्रापर्टी डीलरों की नजर है। इस जमीन पर प्लाटिंग और हाउसिंग सुसाइटी बनाए जाने की योजना थी। इसके लिए लोगों से पैसा भी लिया जाना बताया गया है।
आरक्षित श्र्रेणी में दर्ज मिली फैक्ट्री की जमीन
जमीन की जांच करने गए तहसीलदार नीरज वार्ष्णेय ने बताया कि अभी तक जांच में यह पता चला है कि यह जमीन श्रेणी छह (दो) में दर्ज है। इस जमीन में हिन्दुस्तान यूनीलीवर का नाम आ रहा है। जिस श्रेणी में जमीन दर्ज है वह श्रेणी आरक्षित मानी जाती है। इस जमीन पर सरकार का हक होता है। इसके बाद भी इस जमीन को किस तरह से दूसरी कंपनी ले रही है। इसकी जांच की जा रही है। दूसरी ओर प्रधान कसेटी की ओर से भी डीएम को शिकायत की गई है। आरक्षित श्रेणी में होने के बाद भी कुछ लोग इस जमीन पर काम कर रहे है।
कासगंज रोड पर फैक्ट्री की जमीन संबंधी कागज मांगे गए थे। अभी तक कोई कागज नहीं मिल सके है। यह जमीन श्र्रेणी छह (दो) की है। अभी दस्तावेज देखे जा रहे है। वर्ष 1951 तक के कागजों की जांच की जा चुकी है। इस जमीन संबंधी कागज तहसील में नहीं मिल रहे है। उनकी तलाश कराई जा रही है।
सत्यप्रकाश, एडीएम प्रशासन
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