बिल्सड़ में गुप्तकालीन मंदिरों के अवशेषों का बनेगा स्मारक
जनपद के ग्राम बिल्सड में पहुंची पुरातत्व विभाग की टीम ने खुदाई में मिले गुप्तकालीन पांचवीं सदी के अवशेषों का निरीक्षण किया। पुरातत्व विभाग ने...
जनपद के ग्राम बिल्सड में पहुंची पुरातत्व विभाग की टीम ने खुदाई में मिले गुप्तकालीन पांचवीं सदी के अवशेषों का निरीक्षण किया। पुरातत्व विभाग ने अवशेषों को संरक्षित करने के लिए स्मारक बनाने की बात कही है। टीम के साथ बिल्सड़ में एसडीएम अलीगंज एसपी वर्मा भी मौजूद रहे।
शनिवार को बिल्सड़ पहुंची पुरातत्व विभाग की एएसआई टीम में नामदेव, चंद्रभान और शिव कुमार और जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम अलीगंज एसपी वर्मा, राजस्व विभाग के लेखपाल, कानूनगो और तहसीलदार शामिल रहे। टीम ने खुदाई में मिले गुप्त कालीन पांचवी शताब्दी के मंदिरों के अवशेषों का निरीक्षण किया। एसडीएम अलीगंज ने बताया कि यह अवशेष राष्ट्रीय महत्व के हैं। जिनसे यहां पर्यटन और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। एसडीएम ने बताया कि गुप्त कालीन 5वीं शताब्दी के मंदिरों के अवशेष मिलने पर अब एटा का बिल्सढ़ कस्बा भारतीय पर्यटन के फलक पर जाना जाएगा। इसको पर्यटन स्थल के रूप में विकास भी होगा। जहां पर्यटक गुप्त कालीन स्थापत्य कला और इतिहास को जान सकेंगे।
बिल्सड़ के टीले से मिल सकती है स्थापत्य कला शैली: बिल्सड़ के एक संरक्षित परिसर में एक टीले की खुदाई पिछले दिनों एएसआई की टीम ने की थी। खुदाई में 5वीं शताब्दी के मंदिर की सीढ़ियां, खंभे, चबूतरा और शंखलिपि में शिलालेख मिला है। खंभों पर मानव आकृतियां, हाथी और अन्य नादियां आदि की आकृतियां हैं। आसपास मकान होने के कारण एएसआई को यह खुदाई बीच मे ही रोक देनी पड़ी। विशेषज्ञों का कहना है कि पूरा बिल्सड एक बड़े टीले पर बसा है। यदि इसकी पूरी खुदाई की जाए तो इसमें गुप्त कालीन संस्कृति और स्थापत्यकला की शैली निकल सकती है।
पर्यटन के नक्शे बिल्सड़ का नाम होगा रोशन : एसडीएम:एटा/राजा का रामपुर। अलीगंज एसडीएम एसपी वर्मा ने बताया कि पूरा बिल्सढ़ कस्बा तीन भाग में हैं। इनमें बिल्सड़ पछाया, बिल्सड़ पुवायां और बिल्सढ़ पट्टी शामिल है। यहां पांचवीं शताब्दी के गुप्त कालीन अवशेष मिले हैं। इससे भारत में पर्यटन के नक्शे पर बिल्सड़ का नाम आएगा। इसमे एक म्यूजियम बनाना भी प्रस्तावित है। इससे पर्यटन और रोजगार के नए साधन उपलब्ध होंगे। यह राष्ट्रीय महत्व की धरोहर है।
पुरातत्व विभाग टीम ने बिल्सड़ में देखा गढ़ी देवता मन्दिर : पुरातत्व विभाग की टीम ने शनिवार को बिल्सड़ में गढ़ी देवता मंदिर को भी देखा। पुरातत्व विभाग टीम, एसडीएम एसपी वर्मा ने राजस्व टीम के साथ ग्राम बिल्सड में पछाया थोक स्थिति ऐतिहासिक धरोहर गढ़ी देवता मन्दिर रखे गुप्तकालीन अवशेषों को देखा। यह मंदिर जमीन से काफी ऊं चाई पर बना हुआ है। जहां पर पुरातत्व विभाग का नोटिस बोर्ड लगा है। मंदिर प्रांगण की भौगोलिक स्थिति का निरीक्षण किया। ग्राम प्रधान सीताराम ने बताया कि इस मंदिर की कागजों में जमीन पांच बीघा है। आधे ज्यादा जमीन पर लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। एसडीएम ने कहा इसकी नापतोल कर चिन्हांकन कर ऐतिहासिक धरोहर की मन्दिर के पास की जमीन को खाली कराया जायेगा। पुरातत्व विभाग टीम ईएसआई के इंस्पेक्टर अंकित कुमार नामदेव ने बताया कि मंदिर के आसपास की जगह पुरातत्व विभाग से संरक्षित है। इसका सीमांकन होने के बाद इसकी बाउन्ड्री वाल कराई जाएगी।
