
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर बारिश का कहर, कई जगह धंसी सड़क, पड़ी दरारें
संक्षेप: बारिश से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर मिट्टी का कटान शुरू हो गया है। एक्सप्रेसवे पर कई स्थानों पर सड़क धंस गई है और दरारें पड़ गईं हैं। इस स्थानों पर हालात गंभीर हैं। पानी की निकासी न होने पर अंडरपास पर जलभराव हो गया है। संबंध में अधिकारी जवाब देने में कतरा रहे हैं।
पिछले दिनों हुई बारिश से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर मिट्टी का कटान शुरू हो गया है। एक्सप्रेसवे पर कई स्थानों पर सड़क धंस गई है और दरारें पड़ गईं हैं। इस संबंध में एनएचएआई गाजियाबाद के परियोजना निदेशक अरविन्द कुमार से संपर्क का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
परतापुर इंटरचेंज के पास हालात और गंभीर हैं। समय से सफाई और पानी की निकासी न होने के कारण अंडरपास में भारी जलभराव हो गया है। दबाव के चलते दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। लोगों का आरोप है कि क्यूब हाईवे इंफ्रा मेंटीनेंस के नाम पर खानापूर्ति कर रहा है। मिट्टी का लेप लगाकर दरारों को ढकने की कोशिश की जा रही है, लेकिन यह मरम्मत बारिश में बेअसर हो जाएगी। एक्सप्रेसवे के बहादरपुर अंडरपास से लेकर कुशलिया तक किनारे की नालियां बारिश में बह गईं हैं। मिट्टी कटान से सड़क धंसने के साथ टोल प्लाजा से करीब 20 मीटर दूर धर्मकांटे के पास सड़क बैठ गई है।
मुरादाबाद के पास डिवाइडर बारिश के पानी के साथ बह गया, जिससे सड़क खोखली हो गई है। यात्रियों का कहना है कि क्यूब हाईवे और इंफ्रा, एक्सप्रेसवे की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं हैं। समय रहते ठोस कदम न उठाए गए तो बड़ा हादसा हो सकता है। किसानों ने भी नाराजगी जताते हुए कहा मिट्टी बहने से उनकी फसलें दब रही हैं।
यीडा ने दो कंपनियों को जमीन आवंटन के लिए जारी किया एलओआई
उधर, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने दो बड़ी कंपनियों को क्षेत्र में जमीन आवंटित करने के लिए बुधवार को आशय पत्र (एलओआई) जारी किया। यीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी आर के सिंह ने कहा कि एलओआई जारी होने के बाद दोनों कंपनियां 'निवेश मित्र' के माध्यम से परियोजना की विस्तृत जानकारी सरकार के समक्ष पेश करेंगी उन्होंने कहा कि उच्च-स्तरीय समिति की मंजूरी मिलने के बाद भूमि का आवंटन किया जाएगा और इसके बाद संयंत्रों का निर्माण शुरू होगा।





