भाजपा सरकार में अपनी खोई विरासत संजो रहा है देश
देवरिया। निज संवाददाता वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम के दिव्य और भव्य स्वरूप...
देवरिया। निज संवाददाता
वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम के दिव्य और भव्य स्वरूप के लोकार्पण के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिले के सभी शिवालयों में जलाभिषेक कर पूजन-अर्चन किया। कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने मेदीपट्टी के शिव मंदिर में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ जलाभिषेक कर पूजन अर्चन किया। कृषि मंत्री ने कहा कि यह बहुत ही ऐतिहासिक पल है। आज बाबा विश्वनाथ की नगरी अपने दिव्य और भव्य रूप को प्राप्त की है। आज का भारत अपनी खोई हुई विरासत को फिर से संजो रहा है। काशी में तो माता अन्नपूर्णा स्वयं विराजित हैं। इस दौरान ब्लाक प्रमुख सुब्रत शाही, ब्रह्मा यादव, रामाशीष गुप्ता, दयाशंकर शास्त्री, संजय सिंह, रमेश सिंह आदि रहे।
भाजपा जिलाध्यक्ष अन्तर्यामी सिंह ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ औरा चौरी स्थित शिवालय में जलाभिषेक कर पूजन किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की ही सरकार में यह सम्भव है कि प्रभु श्रीराम का मंदिर बन रहा है। काशी विश्वनाथ अपने दिव्य स्वरूप को प्राप्त कर रहा है, तो वही हर जिले में मेडिकल कालेज भी बन रहा है। हर गरीब को मुफ्त राशन, मुफ्त पढ़ाई, मुफ्त दवाई मिल रहा है। सदर विधायक डॉ सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी ने न्यू कालोनी शिवालय पर कार्यकर्ताओं के साथ जलाभिषेक किया। सदर विधायक ने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण देश को उज्जवल भविष्य की ओर ले जाएगा। काशी विश्वनाथ धाम का परिसर हमारे सामर्थ्य और कर्तव्य का साक्षी है। अगर कुछ सोच लिया जाए और ठान लिया जाए और ठान लिया जाए तो असंभव कुछ भी नहीं है। आज भव्य काशी कॉरिडोर के रूप में दिख रहा है। इस दौरान विजय बहादुर दूबे, संजय पाण्डेय, अम्बिकेश पाण्डेय, गोविन्द मणि, विजय पटेल, दुर्गेशनाथ त्रिपाठी, फूल सिंह आदि रहे।
नपाध्यक्ष अलका सिंह ने सोमनाथ मंदिर पर जलाभिषेक कर पूजन अर्चन किया। नपाध्यक्ष ने कहा कि काशी भारत की आत्मा का एक जीवंत अवतार है। काशी में मंदिर तोड़ा गया तो महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने इसका निर्माण करवाया। महारानी अहिल्याबाई होल्कर के बाद काशी के लिए इतना काम अब हुआ है। महाराजा रंजीत सिंह जी ने मंदिर के शिखर पर स्वर्ण जड़वाया था लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने इसे और भव्यता और दिव्यता दिया है। विश्वनाथ धाम हमारी सनातन संस्कृति, प्राचीनता, ऊर्जा, परंपरा और गतिशीलता का प्रतीक है। इस दौरान अम्बिकेश पाण्डेय, संजय पाण्डेय, मारकंडेय गिरी, नीरज वर्मा, गोविन्द चौरसिया, अजय सिंह, धनजी वर्मा, बाबीत थापा, बिट्टू मद्धेशिया आदि रहे।
