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पीआईसीयू, एसएनसीयू में फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं

देवरिया। निज संवाददाता जिला अस्पताल के पीआईसीयू व जिला महिला अस्पताल के एसएनसीयू में...

पीआईसीयू, एसएनसीयू में फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं
हिन्दुस्तान टीम,देवरियाSun, 10 Jan 2021 03:17 AM
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देवरिया। निज संवाददाता

जिला अस्पताल के पीआईसीयू व जिला महिला अस्पताल के एसएनसीयू में अचानक लगी आग बुझाने को फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं लगा है। पीआईसीयू में वार्ड के बाहर एक सिलेण्डर तथा एसएनसीयू में वार्ड में दो सिलेण्डर लगाये गये हैं। लेकिन तैनात कर्मियों सिलेण्डर से आग बुझाने का तरीका भी पता नहीं हैं।

महाराष्ट्र के भंडारा जिले के सिक न्यू बार्न केयर यूनिट में सार्ट सर्किट से अचानक लगी आग के चलते भर्ती 10 बच्चों की मौत हो गयी। अस्पताल के वार्ड में आग बुझाने को फायर फाइटिंग सिस्टम होता तो बच्चों की जान बच सकती थी। इस तरह की घटना जिला अस्पताल के पीआईसीयू व एसएनसीयू में होने पर वार्ड में भर्ती मासूमों की जान बचाना मुश्किल हो जायेगा। जिला अस्पताल में 10 और 5 बेड का अलग-अलग वार्ड पीआईसीयू वार्ड बनाया गया है। इसमें इंसेफेलाटिस व गंभीर रोग से पीड़ित बच्चों को भर्ती किया जाता है। बच्चों को बेड पर ही आक्सीजन देने, पल्स जांचने का उपकरण लगाया गया है। लेकिन शार्ट सर्किट से आग बुझाने को फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं लगाया गया है। वार्ड के बाहर दीवाल पर एक सिलेण्डर लटकाया गया है। जिला महिला अस्पताल में 20 बेड का सिक न्यू बार्न केयर यूनिट बना है। जन्म के बाद वजन कम होने, 34 सप्ताह से कम पर पैदा होने, अधिक वजन होने, सांस न लेने, दूध न पीने, तेज सांस लेने, पीला शिशु, बुखार होने, शरीर नीला पड़ने, अचेत होने, पेट फूलने की स्थिति में नवजात बच्चों को भर्ती किया जाता है। शनिवार को वार्ड में 22 बच्चे भर्ती थे। लेकिन आग बुझाने को यहां पर भी फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं लगा है। वार्ड में पूरब और पश्चित किनारे एक-एक सिलेण्डर लटकाया गया है। तैनात कर्मियों को इसके चलाने का तरीका भी मालूम नहीं हैं।

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