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रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल के चलते निराश होकर लौटे मरीज

देवरिया के महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज में डॉक्टरों की हड़ताल से ओपीडी में अफरा-तफरी मच गई। पंजीकरण काउंटर पर लंबी कतारें लगीं और 946 रोगियों की पर्ची बनने के बाद पंजीकरण बंद कर दिया गया। पैथालॉजी...

Newswrap हिन्दुस्तान, देवरियाFri, 16 Aug 2024 09:20 PM
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देवरिया, निज संवाददाता। महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज में शुक्रवार को डॉक्टरों की हड़ताल के चलते ओपीडी में अफरा तफरी मची रही। इससे रोगी व उनके साथ आए परिजन निराश होकर लौट गए। ओपीडी प्रतिदिन लगभग ढ़ाई हजार रोगी अपनी चिकित्सा कराने आते हैं।

दूर दराज से आए रोगी व उनके परिजन जल्दी दिखाने के फेर में पंजीकरण काउंटर पर सुबह सात बजे ही कतार में लग गए। आठ बजते बजते पंजीकरण हाल के सभी काउंटरों पर रोगियों की कतार लग गई। काउंटर पर पंजीकरण शुरू हो गया। इस बीच रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के सदस्य हाल में घुस आए। उन्होंने पंजीकरण बंद करने की बात कही। सूचना पर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी भी पहुंच गए। सुरक्षकर्मियों ने हाल के गेट पर कमान संभाल लिया।

वह हाल में भीड़ के चलते बाहर से अंदर आने वालों को रुकने को कहने लगे। पंजीकरण काउंटर पर कतार में लगे सभी लोगों की पर्ची बन गई तब डॉक्टरों ने पंजीकरण कार्य बंद करा दिया। तब तक 946 लोगों ने पर्ची बनवा ली थी। पर ओपीडी बंद होने के चलते रोगी व उनके परिजन परेशान होकर भटकने लगे। प्राचार्य की चिकित्सकों से बातचीत देखकर रोगी व उनके परिजन ओपीडी खुलने की उम्मीद लगाए परिसर में रुके रहे। काफी देर बाद उम्मीद समाप्त हो गई तो रोगी व उनके परिजन वापस चले गए।

पैथालॉजी में जांच व रिपोर्ट के लिए भी रहे परेशानी

हड़ताल के चलते मेडिकल कालेज की पैथालॉजी में जांच व रिपोर्ट के लिए रोगी परेशान रहे। प्राचार्य से वार्ता के बाद आईपीडी व इमरजेंसी सेवाओं को खोल देने के बाद पैथालॉजी में इन रोगियों के सैंपल लेने और रिपोर्ट देने की प्रक्रिया शुरू हो सकी। इस बीच सौ से अधिक लोग वापस लौट गए। वहीं ओपीडी नहीं चलने से नए सैंपल के रोगी नहीं आए।

ऑपरेशन के लिए लाइन में लगे दर्जन भर लोगों की बढ़ी परेशानी

मेडिकल कालेज में आपरेशन के लिए लाइन में लगे एक दर्जन से अधिक रोगियों की सर्जरी नहीं हो सकी। इसके चलते लोगों को वापस वार्ड में भेज दिया गया। हड्डी रोग, जनरल सर्जरी व आई व ईएनटी में कोई भी सर्जरी नहीं हो सकी। एमसीएच विंग में आधा दर्जन गर्भवतियों का सीजेरियन किया गया। हड़ताली चिकित्सकों ने एमसीएच विंग में सर्जरी को प्रतिबंध से मुक्त रखा है।

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