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कोरोना: देवरिया के इस गांव में बाहर से आने वालों के लिए गांववालों ने स्‍कूल में लगा दिए बिस्‍तर:VIDEO

कोरोना से लड़ाई में हमारे गांव भी आगे आने लगे हैं। खुद को इस महामारी से बचाने को जहां कुछ गांवों के ग्रामीण बाहरी लोगों को बांस-बल्ली लगाकर गांव में घुसने से रोक रहे वहीं अब वे इसका भी इंतजाम करने...

कोरोना: देवरिया के इस गांव में बाहर से आने वालों के लिए गांववालों ने स्‍कूल में लगा दिए बिस्‍तर:VIDEO
हिन्‍दुस्‍तान टीम ,देवरिया Mon, 30 Mar 2020 05:29 PM
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कोरोना से लड़ाई में हमारे गांव भी आगे आने लगे हैं। खुद को इस महामारी से बचाने को जहां कुछ गांवों के ग्रामीण बाहरी लोगों को बांस-बल्ली लगाकर गांव में घुसने से रोक रहे वहीं अब वे इसका भी इंतजाम करने लगे हैं कि बाहर से आए गांव के ही किसी व्यक्ति की वजह से यह महामारी अन्य को लगे। देवरिया का नगरौली ऐसे ही गांवों में से एक है।  

 

गौरीबाजार विकास खण्ड के नगरौली के एक दर्जन युवक कमाने के लिए गाजियाबाद गये थे। ये वहां पेंटिंग का काम करते थे। कोराना वायरस के संक्रमण से बचाव को सरकार ने लाकडाउन की घोषणा की तो इनकी चिंता बढ़ गई। उधर, काम बंद होने से खाने-पीने व रहने का डर सताने लगा। इसी बीच सरकार ने परेशान लोगों को बस से घर भेजने का कदम उठा लिया। इन युवकों को भी लगा कि गांव में ही सकून मिलेगा। बस पकड़ कर राममानंद, राम अवतार, दीपक, रमेश, कामेश्वर, रामू पासवान, धीरज, राम आशीष रविवार की सुबह नगरौली पहुंचे पहुंचे तो ग्रामीणों ने सभी लोगों को गांव के बाहर ही रोक लिया।

वे इन्हें लेकर आबादी से करीब पांच सौ मीटर दूर स्थित गांव के प्राथमिक विद्यालय पर पहुंचे। ग्रामीणों ने सभी के लिए चारपाई, बेड तकिया मंगया और उन्हें हिदायत दी कि 14 दिनों तक उन्हें यहीं रहना है। गाजियाबाद से लौटे युवा भी अपनों को बचाने के लिए सहज ही राजी हो गए। अपने परिजनों से भी उन्होंने एक मीटर की दूरी के मानक का पालन करते हुए बातचीत की। गाजियाबाद से लौटे रामअवतार ने कहा कि अब अपनी मिट्टी पर आ गए हैं यही सबसे बड़ा सकूंन है। 14 दिन दूर रह कर बिताने के बाद ही घर जाएंगे।

सभी युवकों की हुई है थर्मल स्क्रीनिंग
इन सभी युवकों की जिले की सीमा खरोह में उतरने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने थर्मल स्क्रीनिंग की। जांच में सभी की रिपोर्ट सामान्य है। विद्यालय में इनके ठहरने की सूचना पर पहुंचे सेक्टर मजिस्ट्रेट को इन युवकों ने रास्ते में हुई थर्मल स्क्रीनिंग की जानकारी दी और हाथों पर लगी मुहर को भी दिखाया।

ग्रामीण बोले
प्रधानप्रतिनिध अनिल कनौजिया, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मनोरमा शर्मा व ग्रामीण जितेंद्र ग्रामवासी, दिनेश पासवान, हेमंत कुमार, राजन कुमार का कहना है एतिहात के तौर पर बाहर से गांव पहुंचे लोगों को स्कूल में रखा गया है। इसकी सूचना सीएचसी के चिकित्सकों को भी दी गई है।

बाहर से आने वाले सभी लोगों के लिए 14 दिन की होम क्वारंटीन जरुरी है। इस बीमारी के लक्षण आने में 7 से 14 तक लग जाते हैं। ग्रामीणों की यह पहल सराहनीय है। बाहर से आने वालों को सतर्कता बरतनी होगी।
डा रतनलाल, अधीक्षक सीएचसी गौरीबाजार

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