
लड़की के चेहरे से बुर्का हटते ही भड़का भीड़ का गुस्सा, पत्नी बता रहे युवक को पीटा; जानें मामला
संक्षेप: घायल की पहचान बिहार के सीवान जिले के निजामपुर टोला निवासी मंसूर अली के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार मंसूर अली सोमवार दोपहर करीब 2 बजे खजनी क्षेत्र की एक युवती को बुर्का पहनाकर नौसढ़ की ओर जा रहा था। रास्ते में किसी परिचित ने युवती को पहचान लिया और परिजनों को सूचना दे दी।
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के सहजनवा क्षेत्र के नौसढ़ चौराहे पर सोमवार की दोपहर उस समय हड़कंप मच गया, जब बिहार के एक युवक को भीड़ ने पकड़कर उसकी पिटाई शुरू कर दी। युवक पर आरोप है कि वह एक हिन्दू युवती को बुर्का पहनाकर अपने साथ ले जा रहा था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायल युवक को भीड़ से बचाया और जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।

घायल की पहचान बिहार के सीवान जिले के निजामपुर टोला निवासी मंसूर अली के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, मंसूर अली सोमवार दोपहर करीब दो बजे खजनी क्षेत्र की एक युवती को बुर्का पहनाकर नौसढ़ की ओर जा रहा था। रास्ते में किसी परिचित ने युवती को पहचान लिया और परिजनों को सूचना दे दी। सूचना मिलते ही युवती के घरवाले बाइक से पहुंचे और पासवान ढाला के पास दोनों को रोक लिया।
जैसे ही युवती के चेहरे से बुर्का हटाया गया, परिजनों और स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क उठा। उन्होंने युवक को पकड़कर बीच सड़क पर जमकर पीटा। मंसूर बार-बार यह कहता रहा कि युवती उसकी पत्नी है, लेकिन भीड़ ने उसकी एक नहीं सुनी। पिटाई से युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। गीडा के प्रभारी निरीक्षक कहना है कि घायल युवक को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शादी और बच्चे होने का दावा
मंसूर ने पुलिस को बताया कि तीन साल पहले उसने युवती से प्रेम विवाह किया था और उनका डेढ़ साल का एक बेटा भी है। दस दिन पहले पत्नी मायके चली आई थी, जिसे वह लेने आया था। वहीं, युवती के परिजनों का कहना है कि युवक ने खुद को अमित बताकर बेंगलुरु में युवती से दोस्ती की थी और धोखे से उसे ले गया था।





