पुत्रों की दीर्घायु को महिलाओं ने रखा हलषष्ठी का वृत
महिलाओं ने अपने पुत्रों की दीर्घायु के लिए हलषष्ठी का वृत रखा। दोपहर में महिलाओं ने जगह-जगह एकत्र होकर हलषष्ठी का पूजन किया। जिसमें सभी प्रकार के अन्न को हलषष्ठी में चढ़ाया। पूजन के बाद ही महिलाओं ने...
महिलाओं ने अपने पुत्रों की दीर्घायु के लिए हलषष्ठी का वृत रखा। दोपहर में महिलाओं ने जगह-जगह एकत्र होकर हलषष्ठी का पूजन किया। जिसमें सभी प्रकार के अन्न को हलषष्ठी में चढ़ाया। पूजन के बाद ही महिलाओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
शनिवार की सुबह से हलषष्ठी पूजन के लिए महिलाएं तैयारियों में जुट गई थी। प्रत्येक अनाज को पूजने के लिए भुंजवाया गया। गांवों से आकर लोगों ने घर-घर जाकर हलछठ उपलब्ध कराया। महिलाओं ने अपने पुत्रों की दीर्घायु को लेकर निर्जला वृत रखा। दोपहर के समय घर के पास ही एकत्र होकर महिलाओं हलषष्ठी का पूजन किया। जिन महिलाओं के पुत्र है, वह इस वृत को रखती है। प्रत्येक अनाज का अर्पण कर महिलाओं ने पूजन करते हलषष्ठी से संबंधित कहानियां भी सुनाई। पूजन-अर्चन के बाद प्रसाद ग्रहण किया।