हमशक्ल भाई बड़कू का छोटकू से छूटा साथ
लखनऊ के केजीएमयू हास्पिटल में डॉक्टरों को छकाने वाले जुड़वा भाइयों में छोटकू का निधन हो गया। भरतकूप चौकी क्षेत्र के रसिन गांव का रहने वाला छोटकू काफी समय से बीमार था, सोमवार का अपरान्ह उसका निधन हुआ।...
लखनऊ के केजीएमयू हास्पिटल में डॉक्टरों को छकाने वाले जुड़वा भाइयों में छोटकू का निधन हो गया। भरतकूप चौकी क्षेत्र के रसिन गांव का रहने वाला छोटकू काफी समय से बीमार था, सोमवार का अपरान्ह उसका निधन हुआ। छोटकू के निधन से गांव के साथ आसपास के क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। इसके साथ ही हमशक्ल भाई छोटकू व बडकू का साथ छूट गया। छोटकू के पार्थिव शरीर का मंगलवार को सूरजकुंड स्थित मंदाकिनी तट पर अंतिम संस्कार हुआ।
रसिन गांव के रहने वाले बडकू उर्फ शंकर व छोटकू उर्फ शंभू दयाल ऐसे जुडवां भाई थे जिनके पहनावे से लेकर सबकुछ जुड़वा रहता था। गांव के लोग भी उनको पहचान नहीं पाते थे। एक ही तरह की वेशभूषा धारण कर दोनों हमशक्ल भाई साथ ही चलते थे। इनके कपड़ों से लेकर गमछा, जूते, मोजे व चश्मा तक एक ही तरह का होता था। छोटकू (30) कुछ माह से बीमार चल रहा था। उसे श्वांस लेने में तकलीफ हो रही थी। बड़कू ने लखनऊ स्थित केजीएमयू हास्पिटल में ले जाकर भर्ती कराया था। यहां बेड पर कभी छोटकू होता था तो कभी बड़कू लेट जाता था और डाक्टर उन्हें पहचान नहीं पाते थे। इलाज के बाद छोटकू घर आ गया था। दोनों हमशक्ल भाई जिले में काफी चर्चित चेहरे रहे। छोटकू के निधन से घर-परिवार में कोहराम मच गया। छोटकू के निधन से हमशक्ल भाई बडकू का साथ छूट गया।