चित्रकूट में जड़ी-बूटी के इलाज के चक्कर में चली गई बालिका की जान
Chitrakoot News - बरहा कोटरा में सियार के हमले में घायल बालिका कल्पना की दो दिन पहले मौत हो गई। इलाज में लापरवाही का मामला सामने आया है। परिजनों ने जड़ी-बूटी से इलाज किया, लेकिन जब अस्पताल पहुंचे तो काफी देर हो चुकी थी।...

थाना क्षेत्र के बरहा कोटरा में सियार के हमले में घायल बालिका की दो दिन पहले हुई मौत के मामले में जानकारी पाकर पहुंची वन विभाग की टीम ने परिजनों के बयान दर्ज किए है। जिसमें बालिका की इलाज के दौरान लापरवाही भी सामने आई है। परिजन शुरुआती दौर में जड़ी-बूटी के जरिए इलाज कराते रहे। हालत में कुछ सुधार न होने पर अस्पताल नहीं लाए। जब हालत बिगड़ी और अस्पताल लेकर पहुंचे तो शायद काफी देर हो चुकी थी और बालिका ने दम तोड़ दिया। बरहा कोटरा निवासी पंचराम निषाद की आठ वर्षीया बेटी कल्पना बीते तीन दिसंबर को शाम करीब चार बजे अपने बाबा को खाना देने खेत जा रही थी। तभी रास्ते में सियार ने उस पर हमला करते हुए काट लिया था। शोरगुल सुनकर जब ग्रामीण दौड़कर पहुंचे तो सियार भाग निकला। कल्पना की दो दिन पहले मौत हो गई थी। जानकारी मिलने पर वन विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली और मृतका के पिता पंचराम के बयान दर्ज किए। पिता ने बताया कि रास्ते में बेटी को पागल सियार ने काटा था। वह अशिक्षित होने के साथ ही दिव्यांग भी है। जानकारी के अभाव में वह गांव की देशी जड़ी-बूटी का इलाज कराता रहा। इससे उसकी बेटी की हालत में सुधार भी हो गया था। अचानक 23 दिसंबर को अपरान्ह करीब चार बजे बेटी की तबीयत बिगड़ी। जिससे वह दूसरे दिन 24 दिसंबर को इलाज के लिए सीएचसी मऊ लेकर पहुंचा था। सीएचसी में इलाज के बाद बेटी को आराम मिला और वह दोपहर में उसे लेकर वापस गांव लौट आया। फिर अचानक देर शाम करीब आठ बजे हालत बिगड़ने के साथ ही बेटी ने दम तोड़ दिया। जानकारी के अभाव में वह किसी विभाग को जानकारी भी नहीं दे पाया। डीएफओ डा एनके सिंह का कहना है कि घटना की जानकारी मिलने के बाद कर्मचारियों की टीम मौके पर भेजी थी। मृतका के पिता ने कई लोगों के सामने अपने बयान दर्ज कराए है। सियार की तलाश में कर्मचारियों को लगाया गया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।