एक्सप्रेस वे की सड़क बनकर तैयार, ब्रिजों का काम अधूरा
चित्रकूट। संवाददाता धर्मनगरी चित्रकूट से दिल्ली को जोड़ने वाले बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की...
चित्रकूट। संवाददाता
धर्मनगरी चित्रकूट से दिल्ली को जोड़ने वाले बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की सड़क बनकर तैयार हो चुकी है। मौजूदा समय में बागेन नदी में पुल के अलावा बांदा-मानिकपुर रेलवे लाइन में आरओबी व नेशनल हाईवे में ओवरब्रिज का निर्माण चल रहा है। फिलहाल ओवरब्रिज समेत बीच-बीच अधूरी सड़क के निर्माण में लगभग छह माह का समय लगने की संभावना है। शासन स्तर से इसी वर्ष पूरा करने का लक्ष्य था। लेकिन कोरोनाकाल में कार्य प्रभावित होने से देर हुई है।
भरतकूप कस्बे के समीप गोंडा गांव के पास से शुरू होने वाला यह एक्सप्रेस वे बुंदेलखंड के जनपदों से होते हुए इटावा के पास आगरा एक्सप्रेस वे में जुड़ रहा है। करीब 15 हजार करोड़ की लागत से बन रहे इस एक्सप्रेस वे की नींव खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 29 फरवरी 2020 को गोंडा में आकर रखी थी। एक्सप्रेस वे के निर्माण से बुंदेलखंड के विकास में गति आएगी। इसके साथ ही रोजगार के हजारों अवसर भी खुलेंगे। बुंदेलखंड के लोगों को सीधे दिल्ली के लिए सफर करने का आसान मौका मिलेगा। भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट सीधे दिल्ली से जुड़ जाएगी। सरकार ने दो वर्ष के भीतर इसका निर्माण पूरा करने का लक्ष्य तय किया था। इधर, कोरोनाकाल में निर्माण काफी हद तक प्रभावित हुआ। फिर भी कार्यदाई संस्थाओं ने तेजी से काम कराया है। चित्रकूट जिले में 10.2 किमी. लंबाई में एक्सप्रेस वे का निर्माण हो रहा है। मौजूदा समय में जिले की सीमा तक करीब 80 फीसदी दोनों तरफ सड़क का निर्माण हो चुका है। ओवरब्रिज व पुलियों के आसपास अभी सड़क बनना शेष है। गोंडा गांव के पास हाईवे में ओवरब्रिज का निर्माण चल रहा है। इसी तरह बांदा-मानिकपुर रेलवे लाइव में आरओबी व बागेन नदी में पुल बनाया जा रहा है। इसके अलावा 13 पुलिया भी बनाई जा रही हैं। इन कार्यों को पूरा करने में लगभग छह माह का समय लगने की संभावना है। हालांकि शासन स्तर से कहा जा रहा था कि दिसंबर तक एक्सप्रेस वे का शुभारंभ हो जाएगा। लेकिन ऐसी संभावना बहुत ही कम नजर आ रही है। कार्य अधूरा होने की वजह से जिला प्रशासन की ओर से उद्घाटन जैसी फिलहाल कोई तैयारी नहीं चल रही है। एडीएम जीपी सिंह का कहना है कि एक्सप्रेस वे के निर्माण में अभी कई माह का समय लगने की संभावना है। तीन ब्रिज व 13 पुलिया बन रही हैं। काम तेजी के साथ चल रहा है। बीच-बीच में सड़क भी बनना शेष है। इसके निर्माण व गुणवत्ता की समीक्षा भी समय-समय पर होती है।